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मध्यप्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2019 ने ग़दर मचा रखा से है। शुरुआत से ही यानि जून में मॉनसून सीज़न की शुरुआत के बाद से ही राज्य में भारी बारिश हो रही है। प्रदेश के लोग अब राहत की गुहार लगा रहे हैं लेकिनबारिश अभी राहत के मूड में नहींहैं।
बारिश का आंकड़ा
स्काईमेट के साथ उपलब्ध बारिश के आंकड़ों के अनुसार,महज 24 घंटे में राज्य के सागर में 87 मिमी की भारी बारिशदर्ज की गई है। इसके अलावा, गुना में 81 मिमी खरगोन में 56 मिमी, होशंगाबाद में 51 मिमी, टीकमगढ़ में 38 मिमी और सिद्धि में 21 मिमी कीअच्छी मॉनसूनी बारिशदर्ज हुई है।
यह हैं बारिश के कारण
मध्य प्रदेश में चल रहे इस मौसमी स्थिति का कारण हैबंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही नमी वाली हवाएं। इसके अलावा, दक्षिणी गुजरात तट से दूर अरब सागर के भागों पर एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र भी मौजूद है और साथ ही एक पूर्वी दिशा में बने एक ट्रफ रेखा भी उत्तराखंड से पूर्वी राजस्थान तक फैली हुई है।
मध्य प्रदेश का मौसम पूर्वानुमान
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी आने वाली नमी वाली हवाएं जारी रहेगी। जिसके कारण, राज्य के लगभग सभी स्थानों पर अगले 3-4 दिनों तक हल्की सेमध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिशहोने की भी संभावना है।
मॉनसून का प्रदर्शन
अगर हम 1 जून से 21 सितंबर तक हुए बारिश के आंकड़ों को देखें तो, पश्चिमी मध्य प्रदेश में 56 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज हुई है, जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश में 13 प्रतिशत अधिक बारिश के साथ सामान्य है। जबकि, अब तकपूरे मध्यप्रदेश में 35 प्रतिशत अधिक बारिशहुई है।
Also, Read In English: No respite for Madhya Pradesh as heavy rain of 87 mm lashes Sagar, Guna also receives 81 mm of rain
Image Credit: The Hindu Business line
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