उत्तर प्रदेश में मार्च महीने में जबरदस्त बारिश हो रही है। आमतौर पर मार्च में राज्य में बहुत कम वर्षा रिकॉर्ड की जाती है। इस समय बारिश ना होना ही उत्तर प्रदेश के लिए बेहतर होता है, क्योंकि गेहूं, सरसों, चने और मटर सहित अनेक रबी फसलें और आलू की फसल परिपक्व होने की अवस्था में होती हैं। ऐसे में बारिश फसलों के लिए व्यापक नुकसान का कारण बनती है। इस दौरान होने वाली बारिश के साथ तेज हवाएं चलती हैं और ओले गिरते हैं जिससे फसलों के व्यापक नुकसान की संभावना होती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा और ओलावृष्टि हुई है। कुछ स्थानों पर भारी ओले गिरने से बड़ा नुकसान हुआ है। बीते 24 घंटों के दौरान भी राज्य के कई इलाकों में वर्षा रिकॉर्ड की गई है। सबसे अधिक बारिश बरेली में 22 मिलीमीटर वर्षा हुई।
अगले 12 से 18 घंटों तक वर्षा के आसार
आज यानी 15 मार्च, रविवार को भी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। खासतौर पर लखनऊ और आसपास के इलाकों में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। अनुमान है कि आज शाम या रात तक लखनऊ, रायबरेली, बाराबंकी, फतेहपुर, कानपुर, हरदोई, कन्नौज, फर्रुखाबाद, सीतापुर, श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, गोंडा, बस्ती, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, पीलीभीत और आसपास के इलाकों में हल्की और मध्यम बारिश इस दौरान देखने को मिल सकती है।
क्यों हो रही है उत्तर प्रदेश में बारिश
जम्मू कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ। साथ ही मैदानी इलाकों पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के ऊपर से गुजर रही ट्रफ के कारण राज्य में बारिश हो रही है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है जिससे हमारा अनुमान है कि कम से कम आज शाम तक उत्तर प्रदेश के मध्य और पश्चिमी भागों में खासतौर पर तराई क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में फिलहाल आज से साफ मौसम की संभावना है। 16 मार्च से समूचे उत्तर प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा। तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। तेज रफ्तार से पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू होगी, जिससे फसलों के पकने का रास्ता साफ होगा।
मार्च के पहले पखवाड़े में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई
मार्च महीने के महज़ 15 दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 816% अधिक 35 मिमी बारिश हुई है। इसी तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 753% ज़्यादा 44 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह बारिश फसलों के लिए ज़्यादातर स्थानों पर हानिकारक है।
Image credit: India TV
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार:skymetweather.comअवश्य लिखें।