जब भारत में मॉनसून दस्तक देने वाला है, उससे ठीक पहले देश के लगभग आधे से अधिक राज्य भीषण लू की चपेट में आ गए हैं। यही नहीं अगले एक सप्ताह तक उत्तर से लेकर पूर्व और मध्य से लेकर दक्षिण तक प्रचंड गर्मी से राहत मिलने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान तेलंगाना में कम से कम दर्जन भर स्थानों पर तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। नागपुर, वर्धा, परभणी सहित महाराष्ट्र के भी कई शहरों में पारा 45 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
सबसे अधिक तापमान वाले 10 प्रमुख शहर:
इसके अलावा भी अकोला, छिंदवाड़ा, नौगाँव, दमोह, शाजापुर, खरगौन, रायसेन, राजगढ़, दतिया, गंगानगर, जैसलमर, चुरू, कोटा, बीकानेर, हनमकोंडा, अमरावती, नलगोंडा, वाराणसी, इलाहाबाद और ओरई समेत अनगिनत शहरों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि एक तरफ मॉनसून सुस्त है तो दूसरी ओर उत्तर-पश्चिमी दिशा से तेज़ गर्म और शुष्क हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों से लेकर मध्य और दक्षिण भारत के कुछ भागों तक चल रही हैं। साथ में धूप भी अपने चरम पर है जिसके कारण इन सभी क्षेत्रों में लू का प्रकोप देखने को मिल रहा है।
2019 में गर्मी का सबसे लंबा दौर
साल 2019 में मॉनसून सीजन में यह पहली बार है जब एक साथ इतने अधिक राज्यों में लंबे समय के लिए भीषण गर्मी का दौर शुरू हुआ है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार महाराष्ट्र के विदर्भ और तेलंगाना के क्षेत्रों के अलावा उत्तरी कर्नाटक, ओड़ीशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में अगले चार-पांच दिनों तक उत्तर पश्चिमी शुष्क और गर्म हवाएं चलती रहेंगी। तापमान बढ़ते हुए अधिकांश स्थानों पर 45 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जाएगा।
इन सभी राज्यों में भीषण लू और चिलचिलाती धूप सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करेगी। प्री-मॉनसून वर्षा की उम्मीद अगले 1 सप्ताह तक संभावित नहीं है। दूसरी ओर 18 मई को अंडमान व निकोबार के कुछ भागों में दस्तक देने के बाद मॉनसून की रफ्तार में सुस्ती आई है और अब तक यह बंगाल की खाड़ी और इससे सटे अंडमान सागर में ही बना हुआ है।
मॉनसून 2019 की प्रगति
हालांकि बंगाल की खाड़ी में कुछ मौसमी सिस्टम विकसित हो रहे हैं जिसके कारण मॉनसून गति पकड़ सकता है और तेजी से आगे बढ़ सकता है। इसके बावजूद केरल में इसके पहुंचने में अभी भी तकरीबन 1 हफ्ते का समय बाकी है। स्काइमेट का देश भर में लोगों को सुझाव है कि धूप में निकलने से बचें। बाहर निकलते समय पानी साथ ज़रूर रखें और पूरे शरीर को मोटे सूती कपड़ों से ढँक कर रखें। मवेशियों का भी ख्याल रखें।
Image credit: Hindustan Times
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