दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2019 का आश्चर्यजनक प्रदर्शन देश में किसी से भी छुपा नहीं है। आपको बता दें कि, जिस मौसम की शुरुआत सामान्य से कम बारिश होने की पूर्वानुमान के साथ हुई है वह वापसी होते होते सामान्य से अधिक बारिश देकर गया। बारिश की गतिविधियां इस बार इतनी अधिक रही कि बीते 25 वर्षों में साल 2019 सबसे अधिक वर्षा वाला साल बन गया। इसके लिए दो गेम चेंजर आईओडी (हिंद महासागर डाईपोल) और एमजेओ (मैडेन-जूलियन ऑसिलेशन) जिम्मेदार हैं जो कि मॉनसून के लिए घातक एल नीनो से भी आगे निकल गए।
यह दोनों ही मौसमी घटनाएँ यदि सकारात्मक चरण में होते हैं तो देश में अच्छी बारिश की संभावनाएँ रहती है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून में अच्छी बारिश के ये दो मौसमी कारक उत्तरपूर्वी मॉनसून 2019 में अच्छी बारिश देने में लगे हुए हैं।
जून की शुरुआत से ही IOD सकारात्मक रहा है और महीने के सेकेंड हाफ तक सकारात्मक रहा है। इसके अलावा, पिछले हफ्ते IOD का साप्ताहिक सूचकांक मूल्य -2.5 के साथ इस सीजन में सबसे अधिक रहा। यही नहीं, 2001 के बाद यह सबसे ज्यादा भी है।
IOD तब घोषित किया जाता है जब सूचकांक मूल्य लगातार आठ हफ्तों तक 0.4 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जाता है। एक सकारात्मक चरण, औसत एसएसटी से अधिक और पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र में अधिक बारिश के साथ पूर्वी हिंद महासागर में पानी की शीतलन के साथ देखा जाता है।
जबकि, नकारात्मक आईओडी विपरीत परिस्थितियों को लाता है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पूर्वी हिंद महासागर और पश्चिम हिंद महासागर के समुद्री सतह के तापमान में अंतर जितना अधिक होगा IOD उतना ज्यादा मजबूत होगा। मजबूत आईओडी पूर्वी हवाओं का विस्तार तथा उसको मजबूत करता है, जो उत्तरपूर्वी मॉनसून का सबसे महत्वपूर्ण घटक है।
एमजेओ के बारे में बात करें तो, क्षणिक घटना वर्तमान में हिंद महासागर के अनुकूल क्षेत्र में चल रही है। स्काईमेट के अनुसार, एमजेओ के इस क्षेत्र में अगले 4-5 दिनों तक रहने की संभावना है।
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एमजेओ और आईओडी दोनों के साथ होने से मौसम विशेषज्ञ उत्तर-पूर्वी मॉनसून से काफी उम्मीद लगाए हुए हैं। सबसे अच्छा उदाहरण यह देखा जा सकता है कि तट के दोनों ओर प्रचलित जुड़वां प्रणालियाँ हैं, जिनमें अच्छी बारिश संभावित है।
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