मध्य भारत के लिए न सिर्फ इस साल का मॉनसून अच्छा रहा है बल्कि मॉनसून सीजन खत्म होने के बाद भी मौसम की मेहरबानी बनी हुई है। यहाँ 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच मध्य भारत के अनेक हिस्सों में अच्छी वर्षा हुई है। यही कारण है कि मध्य भारत में इन 15 दिनों में बारिश का आंकड़ा औसत से 29% ऊपर पहुँच गया है।
बीते 48 घंटों के दौरान कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में काफी अच्छी बारिश हुई है। तटीय ओडिशा, छत्तीसगढ़ में भी मध्यम बारिश कई जगहों पर तथा 1-2 स्थान पर भारी वर्षा दर्ज की गई है। दक्षिणी मध्य प्रदेश और दक्षिणी गुजरात में कहीं-कहीं बारिश हुई है। इन भागों में बदलाव अब आएगा।
बंगाल की खाड़ी की तरफ से आए डिप्रेशन के कारण मध्य भारत के भागों में मौसम सक्रिय हुआ और यह सिस्टम पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ते हुए अब महाराष्ट्र को पार कर चुका है और इस समय अरब सागर के मध्य-पूर्व तथा उत्तर-पूर्व के हिस्सों पर निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में सक्रिय है।
इस सिस्टम से मध्य भारत होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा भी बनी हुई है जिसके कारण मध्य क्षेत्र में बारिश जारी रहने की संभावना है। हालांकि दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र और दक्षिणी कोकण गोवा में अगले दो-तीन दिनों के दौरान वर्षा में काफी कमी आ जाएगी। लेकिन दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश, पूर्वी गुजरात के दक्षिणी भागों, सौराष्ट्र और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में आज से बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होगी।
बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे गुजरात और मध्य प्रदेश के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्रों में भी बढ़ेंगी। 16 से 19 अक्टूबर के बीच मध्य प्रदेश और गुजरात के अनेक जिलों में हल्की से मध्यम और एक-स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। हालांकि लगातार मूसलाधार वर्षा की आशंका फिलहाल नहीं है। इन भागों में इस बारिश को बेमौसम बरसात कह सकते हैं क्योंकि आमतौर पर मध्य भारत के ज्यादातर हिस्सों से 10 अक्टूबर आते-आते मॉनसून वापस लौट जाता है। लेकिन 6 अक्टूबर के बाद से मॉनसून की वापसी में कोई प्रगति नहीं हुई है। मध्य तथा पूर्वी राज्यों से मॉनसून के वापस जाने के लिए स्थितियां अभी भी अनुकूल नहीं है।
छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र तथा गुजरात से भी मॉनसून सामान्यतः 15 अक्टूबर तक वापस लौट जाता है लेकिन इस बार अक्टूबर की शुरुआत से ही बंगाल की खाड़ी में उठ रहे एक के बाद एक सक्रिय मौसमी सिस्टमों के पश्चिमी दिशा में आने के चलते न सिर्फ मध्य भारत में बेमौसम बरसात हो रही बल्कि मॉनसून की वापसी में देरी हो रही है।
ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में अब तक हुई इस बेमौसम बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। अब गुजरात तथा मध्य प्रदेश की बारी है, जहां पर होने वाली बारिश के कारण फसलों को नुकसान होने की आशंका है। छत्तीसगढ़ में भी अभी बारिश की उम्मीद बनी रहेगी।
Image Credit: City Blast
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