हरियाणा में 28 और 29 अगस्त को मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 30 अगस्त से हवाएँ राज्य में हवाएँ बदलेंगी। पूर्वी आर्द्र हवाएँ चलेंगी। सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला, फ़रीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम, झज्जर और रोहतक में बारिश शुरू हो सकती है।
31 अगस्त को बारिश की गतिविधियां और बढ़ जाएंगी। उम्मीद है कि, पूरे हरियाणा में 1 से 3 सितंबर के बीच कई जगहों पर अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
इस दौरान सिरसा, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, रोहतक, जींद, कैथल, अंबाला सहित सभी भागों में बारिश दर्ज की जाएगी। हालांकि 1 से 3 सितंबर के बीच अच्छी बारिश यानि भारी बारिश की संभावना पूर्वी भागों में ही अधिक है।
इस मौसम के खेती पर असर की बात:
धान में इस समय ब्लास्ट रोग लगाने की आशंका होती है। इसके लक्षण दिखाई दें तो बाविस्टीन (200 ग्राम) या बीम (120 ग्राम) या हिनोसान (200 मि.ली.) को 200 लीटर पानी में मिलाकर, साफ मौसम रहने पर 10 दिन के अंतराल पर दो बार में छिड़काव करें।
धान में सफ़ेद पीठ वाला व भूरा तेला पौधे के साथ लगा रहता है और इससे फसल छोटे-छोटे क्षेत्रों में पीली होकर सूखने लगती है। इसकी रोकथाम के लिए 10 कि.ग्रा. कर्बेरिल 5% या मिथाइल पैराथियान 2% का पावडर प्रति एकड़ छिड़कें।
30 अगस्त से बारिश शुरू होगी। उस दौरान कपास, मक्का, सोयबीन सहित किसी भी फसल में दवा या उर्वरकों के छिड़काव से बचें।
Image credit: The Quint
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