सर्दी के मौसम में उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में आमतौर पर बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां रुक-रुक कर देखने को मिलती हैं। सर्दी के 2 महीनों जनवरी और फरवरी में ज्यादा वर्षा आमतौर पर जनवरी में होती है। साल 2021 इस लिहाज से काफी सक्रिय रहा है। जनवरी महीने में उत्तर भारत के पहाड़ों पर जहां व्यापक बर्फबारी दर्ज की गई वहीं मैदानी इलाकों में वर्षा की गतिविधियों ने मौसम का मिजाज बदला। हालांकि 7-8 जनवरी के बाद से समूचे उत्तर भारत में मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क बना हुआ है। शुष्क मौसम के कारण ही उत्तर पश्चिमी बर्फीली हवाएं निरंतर चल रही हैं जिससे लोग शीतलहर के प्रकोप का सामना कर रहे हैं।
उत्तर भारत के राज्यों में कम से कम इसी तरह का मौसम 21 जनवरी तक बना रहेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान समेत कई जगहों पर तापमान के सामान्य से नीचे बने रहने के चलते कड़ाके की सर्दी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। इस दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के साथ-साथ समूचे गंगा के मैदानी क्षेत्रों और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बेहद घना कोहरा छाया रहेगा, जिससे रेल, सड़क और हवाई यातायात बाधित होगा। सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे उत्तर प्रदेश और बिहार के क्षेत्र।
22 जनवरी से उत्तर भारत में भारी हिमपात
उत्तर भारत के राज्यों पर 22 जनवरी से मौसम में बदलाव हो जाएगा, क्योंकि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 21 जनवरी के आसपास जम्मू कश्मीर के करीब पहुंचेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पाकिस्तान के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित होगा। यह दोनों मौसमी सिस्टम उत्तर भारत के पहाड़ों पर मौसम में व्यापक बदलाव लेकर आएंगे।
वर्तमान मौसम की स्थितियों के आधार पर अनुमान है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में कुछ स्थानों पर 21 जनवरी से हल्की वर्षा शुरू हो जाएगी। उसके बाद गतिविधियां 22 जनवरी से बढ़ेंगी तथा 22 से 24 जनवरी के बीच जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी तथा कुछ स्थानों पर भारी हिमपात की आशंका है।
इस दौरान वैष्णो देवी समेत श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम, काजीगुंड, कटरा, उधमपुर समेत जम्मू कश्मीर के अधिकांश इलाकों में हिमपात होने के आसार हैं। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में भी शिमला, कुल्लू-मनाली, चंबा, धर्मशाला समेत कई जगहों पर वर्षा और बर्फबारी का अनुमान है। उत्तराखंड में भी केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री, उत्तरकाशी, चमोली समेत कई स्थानों पर वर्षा और हिमपात होने की संभावना है।
मैदानी भागों में पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान तथा दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भागों में हवाओं का रुख 22 जनवरी से बदल जाएगा। लोगों को भीषण सर्दी से कुछ राहत मिलेगी। साथ ही पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर आंशिक बादल छाएंगे और कहीं-कहीं पर गरज के साथ हल्की वर्षा भी 22 से 25 जनवरी के बीच देखने को मिल सकती है।
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