देश के ज्यादातर भागों में सुस्त हुआ मॉनसून फिर से सक्रिय होने वाला है। अनुमान है कि अगले लगभग एक सप्ताह के दौरान देश के पूर्वी भागों से लेकर मध्य, पूर्वी और उत्तरी भागों तक बारिश होगी। सबसे ज्यादा प्रभावित देश के पूर्वी तट होंगे खासकर ओडीशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में मूसलाधार वर्षा रिकॉर्ड के जाने की संभावना है।
देश भर में बारिश, बंगाल की खाड़ी में बने मॉनसून सिस्टम के प्रभाव से होगी, जो जल्द ही चक्रवाती तूफान बन सकता है। यह सिस्टम खाड़ी में पिछले कई दिनों से उभरता हुआ दिखाई दे रहा था। शुरुआत में यह चक्रवाती क्षेत्र बना। उसके बाद निम्न दबाव और बाद में प्रभावी होते हुए डिप्रेशन बन चुका है। संभावना है कि आज शाम या रात तक यह सिस्टम डीप डिप्रेशन बन जाएगा और रात में या कल सुबह ओडिशा के रास्ते भारत के जमीनी भागों पर पहुंचेगा। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आशंका चक्रवाती तूफान बनने की भी है।
इसके चलते पूर्वी तटों पर पहले से ही बारिश शुरू हो गई है। बंगाल की खाड़ी में समुद्र में हलचल भी बढ़ गई है जिससे मछुआरों को खाड़ी में न जाने की चेतावनी जारी कर दी गई है। हमारा अनुमान है कि उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में आज शाम से 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। साथ ही भारी बारिश भी इन भागों में देखने को मिलेगी। पूर्वी तटीय भागों पर फसलों सहित संपत्ति को नुकसान पहुँच सकता है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के अंदर यह भारत के मुख्य भू-भाग पर होगा। उसके बाद तेलंगाना, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में भी बारिश तेज हो जाएगी। झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी काफी दिनों के बाद हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। क्रमशः पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी दिशा में बढ़ते हुए यह सिस्टम अपने साथ महाराष्ट्र के बाकी भागों, गुजरा, पश्चिमी मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी अच्छी बारिश देगा। कहीं-कहीं भारी वर्षा के भी आसार हैं।
अब तक देश के कई इलाके सूखे जैसे हालात का सामना कर रहे हैं, जिसमें झारखंड, बिहार, गुजरात, पश्चिमी राजस्थान, उत्तरी कर्नाटक और रायलसीमा शामिल हैं। जहां किसान पकने को लगभग तैयार अपनी फसलों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इन भागों में भी बंगाल की खाड़ी से आ रहे इस सिस्टम के चलते अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है, जिससे लोग इस बात से संतोष कर सकते हैं कि आखिरकार विदा होने से पहले मॉनसून ने कुछ शिकायतें दूर की हैं।
Image credit: The Indian Express
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