उत्तराखंड में आमतौर पर 29 जून को मॉनसून का आगमन हो जाता है। लेकिन, इस साल यहां 3 दिन की देरी के साथ 2 जुलाई को मॉनसून ने दस्तक दी। पिछले कुछ दिनों से राज्य के अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश रिकॉर्ड की जा रही है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री समेत पूरे उत्तराखंड में 14-15 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना जताई जा रही है।
यह हैं बारिश के कारण
इस समय एक ट्रफ रेखा हरियाणा और उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके अलावा, एक निम्न दवाब क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार के भागों पर बना हुआ है। जो कि उत्तर पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। इस प्रणाली के कारण, एक ट्रफ रेखा भी हिमालय के तराई के इलाके में खसक जाएगी। जिससे इन इलाकों में बारिश बने रहने की उम्मीद है।
बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री में कैसा रहेगा मौसम
उत्तराखण्ड में स्थित बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री का मौसम पिछले कुछ दिनों से अच्छी मॉनसून की बारिश के साथ सुखद बना हुआ है। स्काइमेट के अनुसार आगे यानि 14-15 जुलाई तक भारी बारिश की उम्मीद है। भारी बारिश के कारण इस दौरान यहां भूस्खलन और यातायात प्रभावित होने के संभावनाएं भी बढ़ जाती है।
कब करें चारधाम यात्रा ?
वैसे तो चारधाम यात्रा हर साल अप्रैल या मई के महीने में शुरू होती है और अक्टूबर-नवंबर में खत्म हो जाती है। लेकिन सितंबर का महीना इस यात्रा का पीक सीजन होता है क्योंकि जून से अगस्त के बीच इस इलाके में भारी बारिश होती है, जिसकी वजह से तीर्थ यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सितंबर चारधाम यात्रा पर जाने का सबसे बेस्ट समय है क्योंकि बारिश के बाद पूरी घाटी धुली हुई और फ्रेश हो जाती है। चारों तरफ हरियाली नजर आने लगती है और यहां की प्राकृतिक खूबसूरती देखते ही बनती है।
अगर आप इस समय चारधाम यात्रा की योजना बना रहे हैं तो 14-15 जुलाई तक टाल दें। क्यूँकि, भारी बारिश, भूस्खलन तथा यातायात बाधित होने के आसार ज्यादा हैं। जिससे आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इस दौरान चारधाम की यात्रा बना चुके हैं या वहीं हैं तो एहतियाती सावधानी बरतें। बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचें।
आपको बता दें कि, इस साल सात मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया था। नौ मई को केदारनाथ और 10 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलते ही यात्रा ने तेजी पकड़ ली थी। शुरुआती एक माह में ही चार धाम यात्रा उफान पर आ गई।
कपाट खुलने के दो माह बाद चारधाम यात्रा पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या छह लाख 46 हजार 939 पहुंच चुकी है, जो पिछले साल की तुलना में करीब एक लाख अधिक है।
Image Credit: CHARDHAM CHARTER
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