उत्तर मैदानी इलाकों में जोरदार मानसून गतिविधियों के लिए मौसमी परिस्थितियां बन रही हैं। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ तूफानी मौसम आ सकता है। यह तीव्र मौसम पूर्वी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की निचली पहाड़ियों तक फैल सकता है। 31 जुलाई और 1 अगस्त को मौसम की तीव्रता और फैलाव तेज रहेगा। उसके बाद धीरे-धीरे कम और कमजोर हो जाएगा।
कई इलाकों में खराब मौसम: मौसमी मानसूनी ट्रफ, जो उत्तर मैदानी इलाकों में मौसम गतिविधियों का मुख्य चालक है, यह मौजूदा समय में अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में स्थित है। इस कारण आज मानसून की गतिविधियां कम और हल्की होंगी। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में मानसूनी ट्रफ उत्तर की ओर शिफ्ट होगा और मौसम बेल्ट को साथ ले जाएगा। विस्थापित ट्रफ पहाड़ियों के पास, अपनी सामान्य स्थिति से थोड़ा उत्तर की ओर चलेगा। पश्चिमी विक्षोभ और विस्तारित मानसूनी ट्रफ के संयुक्त प्रभाव में उत्तर मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में खराब मौसम की स्थिति होगी।
इन क्षेत्रों में भारी बारिश का खतरा: इस मौसम में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश की कमी रही है। वर्तमान बारिश का दौर आंशिक तौर पर इस कमी को पूरा करेगा। पंजाब में पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर, लुधियाना, पटियाला शामिल हैं। हरियाणा में सिरसा, फतेहाबाद, जींद, कैथल, हिसार, करनाल, अंबाला, चंडीगढ़ और दिल्ली/एनसीआर, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, मथुरा, मुरादाबाद, हापुड़, रामपुर, पीलीभीत खतरे वाले स्थानों में शामिल हैं। इन सभी जिलों के आस-पास और संबंधित राज्यों के सटे हुए हिस्सों में भी भारी बारिश का खतरा रहेगा।