पिछले 3 दिनों से राजधानी दिल्ली में ठंडी और तेज़ हवाएँ चल रही हैं। कोहरा और धुंध बिल्कुल गायब हो गए हैं और नमी के कारण ठंड बढ़ गई है। न्यूनतम तापमान लगातार 7°C और 8°C के बीच बना हुआ है, जो महीने के इस समय के लिए लगभग सामान्य है। वहीं, निचले स्तर की रात्रिकालीन जेट (नॉक्टर्नल जेट) ने कोहरे और धुंध को छांट दिया है। उच्च गति वाले ऊपरी स्तर के पश्चिमी जेट ने कुछ भटके हुए बादल पैच को ट्रिगर किया है, लेकिन ये किसी भी मौसमी गतिविधि के लिए बेकार है। अच्छी धूप ने लगातार चौथे दिन पारा 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बढ़ा दिया है, जो अभी भी सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस नीचे बना हुआ है।
पहाड़ों पर कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ होने की संभावना नहीं है, न ही उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कोई दूसरा मौसमी सिस्टम है। सप्ताह के आखिर तक मौसम की स्थिति सामान्य रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 6 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा और दिन का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के पार रहेगा। बादलों के कुछ गुबार इधर-उधर हो सकते हैं, जिससे धूप कुछ समय के लिए कम हो जाएगी। कुल मिलाकर दिल्लीवासियों के लिए सप्ताह के लास्ट दिन धूप, हवा के साथ खुशनुमा रहेने की संभावना है।
उत्तरी महाराष्ट्र, दक्षिणी मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान के हिस्सों पर एक बेमौसम चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है। सिस्टम से उत्तर की ओर ट्रफ का विस्तार दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश तक पहुंचेगा। यह मौसमी स्थिति दिल्ली और उसके आसपास हवा के प्रवाह को बदल देगी। मौसम में बदलाव का सही पता वायुमंडल की निचली परतों में हवाओं के वापस होने से होगी। मौसमी उत्तर-पश्चिमी हवाओं की जगह पर ज्यादा उत्तर-पूर्वी हवाएँ चलेंगी। जहां मध्य भागों में 2-3 दिनों तक बेमौसम बारिश हो सकती है, वहीं दिल्ली के बाहरी इलाकों में बारिश जारी रहेगी।
14 फरवरी को दिल्ली और उसके आसपास हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। सबसे जरूरी बात यह है कि दिल्ली/एनसीआर समेत बड़े क्षेत्र में तापमान प्रोफ़ाइल बदल जाएगी। न्यूनतम तापमान दोहरे अंक तक बढ़ सकता है और शायद कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान भी बना रह सकता है। ढलानों से नीचे आने वाली ठंडी हवाओं के रुकने से दिन के तापमान बढ़ सकता है। तापमान में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जो एक महीन से ज्यादा समय तक नहीं रहेगा।