पिछले एक सप्ताह में बारिश से सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है। जामनगर-ओखा से लेकर द्वारका-पोरबंदर तक तटीय क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में बहुत ज्यादा बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। पिछले 24 घंटों में द्वारका में 215 मिमी, ओखा में 127 मिमी, पोरबंदर में 100 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले पोरबंदर में 19 जुलाई को 24 घंटे में 486 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, द्वारका में 20 जुलाई को 419 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी। पिछले सात दिनों में पोरबंदर, द्वारका और ओखा में क्रमश: 911 मिमी, 857 मिमी और 618 मिमी बारिश हुई है। यह जुलाई माह की रिकार्ड बारिश है।
कहीं हल्की तो कही भारी बारिश: सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान और निकटवर्ती अरब सागर पर बने चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में हुई है। यह प्रणाली अब कमजोर हो गई है। जिससे बारिश अब काफी हद तक कम हो जाएगी और अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश होगी। हालाँकि, गुजरात के मध्य और उत्तरी भागों में वर्षा बढ़ जाएगी। इसके अलावा, दक्षिण तटीय गुजरात में मानसून की बारिश में तेजी आएगी। कुल मिलाकर, सौराष्ट्र और कच्छ में राहत की उम्मीद है, लेकिन गुजरात के अन्य हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
कई क्षेत्रों में खराब मौसम का खतरा: अगले दो दिनों, 23 और 24 जुलाई को तटीय गुजरात के वापी, नवसारी, वलसाड, सूरत और भरूच में मध्यम से भारी वर्षा होगी। मध्य और उत्तरी गुजरात में जोखिम वाले स्थानों में दाहोद, पंचमहल, गोधरा, छोटा उदयपुर, खेड़ा, नर्मदा, साबरकांठा, अहमदाबाद और गांधीनगर शामिल हैं। दूसरे दिन, 24 जुलाई 2024 को वर्षा की तीव्रता और प्रसार अधिक होगा। इसके बाद वर्षा का प्रसार और तीव्रता कम हो जाएगी औ हल्की बारिश लगभग एक सप्ताह तक जारी रह सकती है।
फोटो क्रेडिट: पीटीआई