जनवरी 2025 अभी शुरू ही हुआ है और अब तक मौसम शांत रहा है। केवल एक या दो दिन छिटपुट गतिविधियाँ दर्ज की गई हैं। हलांकि, अभी तक जनवरी में ठंडे दिनों और कोहरे की स्थिति देखी गई है। इस महीने में अभी तक शीतलहर का असर नहीं देखा गया है, लेकिन सप्ताहांत के आसपास मैदानी इलाकों में बारिश होने के साथ शीलतहर लौट सकती है। पिछले साल जनवरी 2023 में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में सर्दियों की बारिश लगभग नदारद थी। हालांकि, फरवरी में बारिश में कुछ तेजी आई थी, जिससे मौसम को कुछ हद तक संतुलित कर दिया था।
इन क्षेत्रों में बारिश के आसार: इस बार उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के कुछ हिस्सों में मध्य बारिश होने की स्थिति अब बन रही है। उत्तराखंड के कुछ हिस्सों तक भी बारिश पहुंच सकती है, लेकिन अन्य पर्वतीय राज्यों में इसका असर नहीं होगा।
सर्दियों की बारिश मैदानों से शुरू: आमतौर पर सर्दियों की बारिश पश्चिमी विक्षोभ के कारण होती है, जो पहाड़ों के ऊपर से गुजरता है। हालांकि, इस बार की बारिश मैदानों से शुरु होगी और अरब सागर से आने वाली नमी इसका मुख्य स्रोत होगी। अरब सागर के उत्तर तट पर एक परिसंचरण विकसित हो रहा है, जो बाद में राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों की ओर बढ़ेगा, जो बारिश का मुख्य ट्रिगर होगा। यह परिसंचरण प्रेरित चक्रवातीय गतिविधियों को उत्प्रेरित (stimulated) करेगा, जबकि मध्य और ऊपरी स्तरों में ट्रफ की मौजूदगी इसे मजबूत बनाएगी। इस बार की मौसम गतिविधियां काफी हद तक मैदानों और तलहटी क्षेत्रों तक सीमित रहेंगी, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों पर इसका प्रभाव मामूली रहेगा।
10 जनवरी से इन राज्यों में बारिश: 10 जनवरी से राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू होगी। बीकानेर, जोधपुर, फलोदी, अजमेर, जयपुर और अलवर जैसे स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है। जैसे-जैसे सर्कुलेशन मजबूत होगा, वैसे ही 11 जनवरी से बारिश का प्रसार और तीव्रता भी बढ़ेगी। वहीं, पंजाब के लुधियाना, पटियाला, संगरूर, जालंधर और चंडीगढ़ में बारिश देखने को मिलेगी। हरियाणा में राजस्थान से सटे दक्षिणी और सीमावर्ती इलाकों पर भारी बारिश का खतरा रहेगा। रोहतक, हिसार, रेवाड़ी, पानीपत, करनाल, यमुनानगर और पंचकूला में भी बारिश होगी।
दिल्ली और अन्य राज्यों में बारिश का प्रभाव: दिल्ली में शनिवार, 11 जनवरी को भारी बारिश होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश का असर बढ़ेगा और बारिश लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और अयोध्या तक फैल जाएगी। बुंदेलखंड क्षेत्र के उत्तर मध्य प्रदेश में पहली बार सर्दियों की बारिश देखने को मिल सकती है। ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, भिंड, मुरैना और टीकमगढ़ मौसम प्रणाली की पहुंच में रहेंगे। हल्की बारिश मध्य प्रदेश के मध्य भागों तक भी फैल सकती है।
12 जनवरी के बाद मौसम में सुधार: अगले दिन 12 जनवरी को अधिकांश स्थानों पर मौसम साफ हो जाएगा, हालांकि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी रह सकती है। अगले सप्ताह की शुरुआत में मौसम पूरी तरह साफ रहने की संभावना है। हालांकि, 14 और 15 जनवरी के बीच मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में एक बार फिर से बारिश हो सकती है।