आमतौर पर गुजरात राज्य से पश्चिमी विक्षोभ दूर रहता है। यहां के अधिकांश हिस्से सर्दियों के बारिश वाले महीने जनवरी और फरवरी में सूखे रहते हैं। हालांकि, राजस्थान पर पश्चिमी विक्षोभ और उसके प्रेरित सिस्टम का असर गुजरात में हवा के पैटर्न को प्रभावित करता है, जिससे तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है, विशेषकर रात के तापमान में।
गुजरात और राजस्थान का तापमान कम: एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों से गुजर चुका है। इसके पीछे की ठंडी हवाएं अब राजस्थान और गुजरात के हिस्सों को प्रभावित कर रही हैं। गुजरात के शहरों जैसे गांधीनगर और अहमदाबाद में रात का तापमान कम (10-13 डिग्री सेल्सियस) रिकॉर्ड किया गया है। अन्य प्रमुख शहर जैसे बड़ौदा, दीसा, अमरेली, भुज और राजकोट में भी तापमान इसी सीमा में है। वहीं, नालिया जैसे तटीय क्षेत्र में न्यूनतम तापमान हमेशा एक अंक में ही रहता है।
आने वाले पश्चिमी विक्षोभ का असर: 10 जनवरी को राजस्थान और पंजाब में एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने वाला है। इसके पहले 9 जनवरी को उत्तर राजस्थान में एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इसके अलावा उत्तर अरब सागर के तटीय भाग और पाकिस्तान के आसपास के क्षेत्र में एक और चक्रवाती परिसंचरण बनेगा। यह सिस्टम 10 जनवरी को उत्तर गुजरात और दक्षिण राजस्थान के हिस्सों में पहुंचकर वहां मौजूद परिसंचरण में शामिल हो जाएगा।
इस दौरान गुजरात में हवाओं की दिशा दक्षिण-पश्चिमी होगी, जिससे अरब सागर से नमी खिंचेगी और यह उत्तरी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ को ऊर्जा प्रदान करेगी।
तापमान और मौसम में बदलाव: इस बदलाव से उत्तर और मध्य गुजरात के अहमदाबाद, बड़ौदा, आनंद, सुरेंद्रनगर, दीसा, मेहसाणा, पालनपुर और साबरकांठा जैसे क्षेत्रों में तापमान में उतार-चढ़ाव होगा। रात का तापमान 8 से 11 जनवरी के बीच 3-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है और फिर गिरावट होगी। वहीं, अहमदाबाद, गांधीनगर, बड़ौदा, आनंद, अमरेली, कांडला, पाटन और खेड़ा में दिन का तापमान 30°C या इससे अधिक पहुंच सकता है। इस दौरान, आसमान साफ रहेगा और भरपूर धूप खिलने की संभावना है।