आज सुबह दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान के निवासियों ने हल्की बिखरी हुई बारिश के साथ दिन की शुरुआत की। यह बारिश पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण का असर: पश्चिमी विक्षोभ ने पंजाब और हरियाणा पर एक चक्रवाती परिसंचरण को सक्रिय कर दिया है, जिससे इन राज्यों के अलावा दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों में छिटपुट हल्की बारिश हो रही है। हालांकि, यह बारिश हल्की है, लेकिन इससे दिल्ली/NCR की वायु गुणवत्ता सूचकांक(AQI) में कोई बड़ा सुधार लाने की उम्मीद नहीं है।
दिन और रात के तापमान पर असर: इस असमय बारिश से 23 दिसंबर को दिन के तापमान में काफी गिरावट आ सकती है। साथ ही, उत्तर पश्चिम के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 24 से 26 दिसंबर के बीच और अधिक गिरने की संभावना है।
नया पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रिय: 27 दिसंबर से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की उम्मीद है, जिससे न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ सकता है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में 28 दिसंबर को एक ताजा बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
फसलों के लिए लाभकारी असमय बारिश: यह असमय बारिश फसलों के लिए फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि इससे मिट्टी में नमी का स्तर काफी बढ़ेगा। यह विशेष रूप से रबी की फसलों के लिए अनुकूल स्थिति पैदा करेगा, जिससे खेती पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।