देश के अधिकांश हिस्से इस समय गर्मी की चपेट में हैं, क्योंकि इस समय बारिश की गतिविधियां छिटपुट जगहों पर ही हैं। दिन में अधिकांश इलाकों में पारा 40°C के आसपास चल रहा है। दिल्ली और अमृतसर में पहले ही इस सीज़न का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया जा चुका है, जबकि उत्तर प्रदेश के कई शहर भी रिकॉर्ड बनाने के कगार पर हैं।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी, आगरा, इलाहाबाद, बांदा, झाँसी और कानपुर में गर्मी अपने चरम पर है। इन जिलों में दिन का तापमान निरंतर बढ़ रहा है। इसके लिए हम आगरा का उदाहरण देख सकते हैं, जहां 4 मई को पारा 41.5°C रहा, जबकि बढ़ते हुये 5 मई को 42.2°C तथा 6 मई को 44.5°C तक पहुँच गया, जो औसत से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
इसी तरह इलाहाबाद में 4 मई को 43.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो 6 मई को बढ़कर 44 डिग्री सेल्सियस हो गया। बांदा में भी मौसम इसी तरह चल रहा है। जहां 4 मई को 43 डिग्री सेल्सियस जबकि 6 मई को 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुँचा जिससे बांदा में लोगों के लिए घर से बाहर निकलकर काम करना मुश्किल हो गया है।
उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों का मौसम मुख्य रूप से उत्तर भारत के मौसम से संचालित होता है। वर्तमान समय में पाकिस्तान और राजस्थान की ओर से आने वाली शुष्क और गर्म हवाएँ उत्तर भारत के अधिकतर भागों को प्रभावित कर रही हैं। बढ़ते हुये तापमान से यह समझा जा सकता है कि इन हवाओं का असर उत्तर प्रदेश तक भी पहुँच रहा है।
उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक गर्म मौसम इसी तरह से परेशान करता रहेगा। हालांकि उत्तर पश्चिम भारत को 9 से 13 मई के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करने वाला है, लेकिन इसका उत्तर प्रदेश के भागों में बहुत मामूली असर रहने का अनुमान है।