उत्तर प्रदेश में पिछले दो सप्ताह में अच्छी मानसूनी बारिश हुई है। पूर्व और पश्चिम उत्तर प्रदेश के दोनों उप-विभागों में मौसमी बारिश अधिक हो चुकी है। वहीं, पश्चिम में पूर्व की तुलना में ज्यादा बारिश हुई है। 11 से 13 जुलाई 2024 के बीच भारी बारिश का एक और दौर आने की संभावना है। इस अवधि के दौरान कुछ इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
उत्तर प्रदेश के लिए मौसम प्रणाली: मानसून ट्रफ सतह और निचले स्तरों पर अपनी सामान्य स्थिति के आसपास चल रही है। यह ट्रफ उत्तर प्रदेश के गंगा के मैदानी इलाकों में शिफ्ट होने की प्रवृत्ति दिखा रही है, साथ ही पहाड़ियों के करीब स्थानांतरित होने की संभावना है। ट्रफ के उत्तर की ओर खिसकने से नेपाल की तलहटी के समानांतर इसके विस्तार के साथ छोटे पैमाने पर चक्रवाती परिसंचरण बनेंगे। ये बुलबुले भारी वर्षा का कारण बनेंगे, जिससे 24 घंटों में 100 मिमी से अधिक हो सकती है।
इन जिलों में भारी बारिश: मौसम की हलचल यूपी की पूर्वी सीमा से शुरू होगी। बलिया, गाज़ीपुर, वाराणसी, गोरखपुर जैसी जगहों पर 10 जुलाई को मध्यम से भारी बारिश होगी। अगले दिन 11 जुलाई को बारिश का प्रसार और तीव्रता बढ़ जाएगी। भारी बारिश का सिलसिला सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, गोंडा, फैजाबाद, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और बहराईच में लंबा चलेगा। यहां तक कि यूपी के दक्षिण-पश्चिम कोने में भारी बारिश हो सकती है, जिसमें ललितपुर, झांसी, आगरा, अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं। बारिश का बचा हुई असर 12 जुलाई को भी जारी रहेगा। जो 13 जुलाई और उसके बाद की तारीखों में कम हो जाएगा।
अगले सप्ताह उत्तर प्रदेश का मौसम: पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जहां पहले से ही 53% से अधिक वर्षा हो चुकी है। अब आने वाली बारिश से यहां बड़े पैमाने पर बारिश की मात्रा बढ़ जाएगी। यहां तक कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी 29% अधिशेष बारिश हो चुकी है, यहां भी आगामी बारिश से मात्रा बढ़कर अगले हफ्ते उच्च 30% तक पहुंच जाएगी। बंगाल की खाड़ी पर बनने वाले दो चक्रवाती परिसंचरण और उनके भूमि पर आगे बढ़ने से अगले एक हफ्ते तक यूपी में मानसून की गतिविधि बनी रहेगी। जुलाई के मध्य तक या उससे भी आगे तक सक्रिय से सामान्य मानसून की स्थिति की उम्मीद है।