देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में बेमौसम बारिश का दौर आ रहा है। बारिश की गतिविधि कल से शुरू होगी और अगले सप्ताह के मध्य तक एक दूसरे क्षेत्र में बदलती रहेगी। तूफानी गतिविधियों की शुरूआत महाराष्ट्र से होगी और मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल तक फैल जाएगी। इस दौरान ओडिशा के कुछ आंतरिक हिस्सों में भी एक या दो दिन अलग-अलग मौसमी गतिविधियां हो सकती हैं।
महाराष्ट्र और पूर्वी मध्यप्रदेश आमतौर पर उत्तर भारत की मौसम प्रणालियों की पहुंच से दूर रहते हैं। वहीं, इस दौरान दक्षिण प्रायद्वीप में मौसमी गतिविधि न के बराबर होती है। इसलिए, इन भागों में कोई भी मौसमी गतिविधि को बेमौसमी कहा जाता है। हालांकि, लंबे और शुष्क मौसम की स्थिति को खत्म करने के लिए यह बारिश अच्छी है।
10 फरवरी को मध्य महाराष्ट्र के उत्तरी भागों, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र में एक इन-सीटू चक्रवाती परिसंचरण आ रहा है। यह परिसंचरण अगले दिन पूर्व की तरफ बढ़ जाएगा। इसके बाद यह उसी क्षेत्र में थोड़े-थोड़े बदलाव के साथ इधर-उधर घूमता रहेगा। एक दूसरा मौसमी प्रतिचक्रवात मध्य भागों पर है जो अब बंगाल की खाड़ी के तट और आसपास के हिस्सों में एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता मध्य भागों पर मौसमी प्रतिचक्रवात है जो अब बंगाल की खाड़ी के तट और आसपास के हिस्सों में अधिक विस्थापित हो गया है। यह मौसमी प्रतिचक्रवात इस दौरान केंद्रीय भागों पर नम हवा को बढ़ावा देगा। चक्रवाती परिसंचरण और एंटीसाइक्लोन के संयुक्त प्रभाव असर से देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में बेमौसमी गतिविधि होगी।
मौसम की शुरुआत 10 फरवरी को विदर्भ और मराठवाड़ा से होगी और अगले दिन दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश तक फैल जाएगा। 12 फरवरी को मौसमी गतिविधि महाराष्ट्र को खाली कर देगी। इसके बाद पूर्वी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बड़े हिस्से को कवर कर लेगी। अगले दो दिनों में छिटपुट बारिश पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक पहुंचेगी। मौसम की गतिविधियों में गरज के साथ बिजली चमकना और तेज हवाएं शामिल होंगी। ऊँचे संवहनशील बादलों से ओलावृष्टि होने की संभावना है। हालाँकि, ओलावृष्टि गतिविधि कम समय के होगी और इसका फैलाव भी ज्यादा नहीं होगा।
वहीं, 15 फरवरी को मौसम की स्थिति में सुधार होगा। लेकिन, 16 फरवरी को मौसमी बादल छटने की उम्मीद की जा सकती है। अगले कुछ दिनों में बारिश के कारण मौसमी व्यापक मंजूरी 16 फरवरी को ही मिलने की उम्मीद की जा सकती है। अगले दिनों पर बारिश के कारण ठंड का असर रहेगा और अच्छी धूप निकलने पर दिन का तापमान तेजी से बढ़ेगा।