पूर्वोत्तर भारत में मूसलाधार बारिश, 8 नदियाँ खतरे के पार, बाढ़ की स्थिति गंभीर

July 2, 2024 6:20 PM | Skymet Weather Team
असम में बाढ़, फोटो: पीटीआई

इस सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर भारत में भारी वर्षा होने का खतरा है। पिछले 24 घंटों में असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। जबकि, भारी बारिश नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तक सीमित रही। वहीं, कोहिमा, लुमडिंग, इंफाल, लेंगपुई, कैलाशहर, आइज़ोल और अगरतला में मध्यम से भारी बारिश हुई है। 04 जुलाई से बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है।

खतरे के निशान से ऊपर नदियाँ: अरुणाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है। जिससे ब्रह्मपुत्र नदी में पानी का भारी बहाव शुरू हो गया है। वहीं, ऊपरी असम बाढ़ से जूझ रहा है, आठ नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिसमे ब्रह्मपुत्र ने जोरहाट जिले के नेमाटीघाट में अपने उच्चतम बाढ़ स्तर को पार कर लिया है। इससे पहले, ब्रह्मपुत्र  नदी डिब्रूगढ़ में भी खतरे के स्तर को पार कर गई थी। लेकिन आज नदी खतरे के निशान से थोड़ा नीचे आ गई है। असम के 19 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिसमें छह लाख से अधिक लोग को सुरक्षित जगह पर भेज गया है।

जलग्रहण क्षेत्र: "जलग्रहण क्षेत्र" वह क्षेत्र जहाँ पर बारिश या बर्फ के पिघलने से जल एकत्रित होता है और फिर नदियों, झीलों, या जलाशयों में प्रवाहित होता है। इन क्षेत्रों में होने वाली बारिश या बर्फबारी का पानी नदियों और झीलों में पहुंचकर उनके जल स्तर को प्रभावित करता है।

इन तीन राज्यों में बहुत भारी बारिश: मानसून ट्रफ में पहाड़ों के पास और असम घाटी की ओर जाने की प्रवृत्ति देखी जा रही है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ पूरे बांग्लादेश में नमी बढ़ा रही हैं। 48 घंटों के बाद बारिश की गतिविधि बढ़ने की उम्मीद है। 04 से 06 जुलाई 2024 के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है। इन तारीखों से पहले, अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश जारी रहेगी। यहां तक कि इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि अगले सप्ताह भी जारी रहेगी।

बाढ़ होगी गंभीर, जलस्तर खतरे के पार: सप्ताह के मध्य के बाद असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति खराब हो सकती है। ऊपरी असम और निचला असम दोनों ही भयंकर बाढ़ की चपेट में आ जायेंगे। ब्रह्मपुत्र  नदी समेत सहायक नदियों के उफान पर आने की उम्मीद है। नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ते हुए खतरे के निशान को पार कर जाएगा। 07 जुलाई के बाद तीव्र बारिश में कुछ कमी आ सकती है। हालाँकि, बारिश कम होने के बाद भी जलस्रोत प्रतिक्रिया करते रहते हैं। अगले एक सप्ताह के लिए पूरे क्षेत्र में खासतौर पर असम घाटी के लिए में अलर्ट और चेतावनी जारी की गई है।

फोटो क्रेडिट: पीटीआई

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