30 अगस्त और 01 सितंबर 2024 के बीच तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। इन दोनों राज्यों के बड़े हिस्से में बाढ़ आ गई और कई इलाके जलमग्न हो गए। जलाशयों की क्षमता से अधिक पानी भर जाने के कारण ओवरफ्लो हो गए है। खराब मौसम की स्थिति ने कई लोगों की जान ले ली और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया। इस कठिन मौसम की स्थिति न जानमाल का नुकसान हुआ है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत, बचाव और पुनर्वास कार्य अभी भी जारी है। हालांकि, अब दोनों राज्यों में मौसम की स्थिति पहले की तरह खराब होने की संभावना नहीं है बल्कि कई हिस्सों में सुधार के आसार हैं।
खाड़ी में बने मानसूनी डिप्रेशन का असर: पिछले सप्ताह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना मानसूनी दबाव(डिप्रेशन) इन दोनों राज्यों में आई बाढ़ के लिए जिम्मेदार था। अब यह मौसम प्रणाली(डिप्रेशन) सुरक्षित दूरी पर चली गई है। अगले करीब 48 घंटों में बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में के पास ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट पर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित हो रहा है, जो इस सिस्टम का पूर्व संकेत है। इस परिसंचरण के प्रभाव में अगले दो दिनों में कुछ हिस्सों में मौसम गतिविधियां ट्रिगर होंगी, हालांकि इनकी सीमा सीमित रहेगी। वहीं, यह उभरती हुई प्रणाली पिछले सिस्टम की तरह नहीं चलेगी, इसलिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मौसम की स्थिति और खराब होने की संभावना नहीं है। हां, अगले 24 घंटों के दौरान कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद स्थिति में काफी सुधार होगा।
इन इलाकों में भारी बारिश का खतरा: बंगाल की खाड़ी में उभरते हुए चक्रवाती परिसंचरण के कारण एक संघटन क्षेत्र बन रहा है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ से सटे हिस्सों में आज भारी बारिश का खतरा है। वहीं, तेलंगाना के आदिलाबाद, महबूबाबाद, रामागुंडम, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम और खम्मम भी बहुत भारी बारिश वाले इलाकों में शामिल हैं। उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, काकीनाडा, कलिंगपट्टनम, पश्चिम व पूर्वी गोदावरी, कृष्णा और बापटला डिवीजन में भी भारी बारिश का खतरा है। बता दें, इन इलाको में मौसम की गतिविधि कल 4 अगस्त और परसों 5 अगस्त को कम हो जाएगी।
इन दिन से मौसम में सुधार: आगामी निम्न दबाव क्षेत्र के अगले 2-3 दिनों तक समुद्र के ऊपर बने रहने और और व्यवस्थित होने की उम्मीद है। यह मानसूनी निम्न दबाव प्रणाली, बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों की ओर बढ़ने की संभावना है, जो आंध्र प्रदेश के तट से थोड़ी दूर होगी। इसके अनुसार, राहत कार्यों को पूरा करने के लिए मौसम की स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है। 7 सितंबर 2024 के आसपास से बड़े पैमाने पर सुधार की उम्मीद की जा रही है।
फोटो क्रेडिट: पीटीआई