कोलकाता में इस वर्ष मौसम की सबसे भारी बारिश देखने को मिली है। आज सुबह 8.30 बजे तक अलीपुर में बीते 24 घंटे में 150 मिमी बारिश दर्ज की। जबकि 28 जुलाई को यहाँ 76 मिमी बारिश दर्ज की गयी थी। कल शहर के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ लगातार मध्यम से तेज तीव्रता की बारिश हुई है। इसके अलावा दमदम हवाई अड्डे पर इस अवधि के दौरान 146 मिमी बारिश दर्ज की गयी है। आसमान में अब भी भारी बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर बारिश जारी है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, निम्न दबाव का क्षेत्र जो पहले बंगाल की खाड़ी पर बना था और बाद में अधिक प्रभावी हो गया था। वह मौसमी सिस्टम अब गंगीय पश्चिम बंगाल और आस-पास के इलाकों पर बना हुआ है। पिछले 2 दिनों के दौरान पूरे पश्चिम बंगाल राज्य में भारी बारिश हुई है और पिछले 24 घंटों में दक्षिणी हिस्सों और समुद्र तट के आस-पास के इलाकों में बाढ़ आ गई है। डायमंड हार्बर में सबसे अधिक 218 मिमी बारिश हुई, जो इस मानसून मौसम में अब तक की सबसे अधिक बारिश है। इसके अलावा, मिदनापुर, बांकुरा और दार्जिलिंग जैसे कुछ अन्य स्थानों में भी प्रत्येक में 100 मिमी से अधिक दर्ज किया गया।
कोलकाता शहर ने वर्ष 2009 के बाद बीते 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश दर्ज की है। इससे पहले 10 जुलाई 2015 को 143.7 मिमी के पहले के रिकॉर्ड को अलीपुर और दमदम दोनों ने पीछे छोड़ दिया है। पिछले 3 वर्षों से लगातार इस शहर में जुलाई माह में 3 अंकों की बारिश दर्ज नहीं की गई थी। इसके अलावा, कोलकाता में जुलाई महीने में मासिक औसत 396 मिमी से कहीं अधिक 525 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो पिछले 15 वर्षों में तीसरा सबसे अच्छा है।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों में यह प्रभावी निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और धीरे-धीरे गंगीय पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्सों को खाली कर सकता है। कोलकाता में दोपहर बाद से भारी बारिश से राहत मिलेगी। हालांकि, राज्य में, विशेष रूप से उत्तरी भागों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। राज्य में इस मॉनसूनी मौसम में 20% अधिक बारिश हुई है और यह बढ़त 31 जुलाई तक संभावित रूप से 25% या उससे अधिक भी बढ़ सकती है।