उत्तर पश्चिम भारत में पिछले दिनों से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। लेकिन, अगले 24 घंटे के दौरान पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ भागों में बादल छाए रहने की संभावना है। हालांकि, अधिकांश स्थानों पर यह बादल मध्य और ऊंचाई वाले ही होंगे।
फसलों को नहीं होगा नुकसान: वहीं, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान सहित दक्षिण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। लेकिन, इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां बहुत ही थोड़ी देर के लिए और हल्की होगी। जिससे फसलों को नुकसान होने की आशंका नजर नहीं आ रही है।इस समय पर उत्तर, उत्तरपश्चिम और मध्य भारत सहित कई राज्यों में फसल की कटाई चल रही है। अगर वर्षा तेज होती तो फसलों को नुकसान होता।
होली के बाद गर्म दिन: एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहाड़ों से होता हुआ गुजर रहा है। इसके प्रभाव से एक हल्का चक्रवर्ती हवा का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है। 25 मार्च तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस आगे बढ़ जाएगा तथा चक्रवर्ती हवाओं का क्षेत्र भी लगभग समाप्त हो जाएगा। आसमान से बदल कम होना शुरू हो जाएंगे। मौसम एक बार फिर साफ हो जाएगा। आज 24 मार्च को उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान कुछ गिर सकते हैं। लेकिन, 25 मार्च से तापमान बढ़ने शुरू हो जाएंगे। जिससे दिन एक बार फिर से दिन में धूप निकलने लगेगी।
तापमान बढ़ने के बाद आँधी औऱ बारिश: मार्च के आखिर से जून के पहले पखवाड़े तक उत्तर पश्चिम भारत में प्री मानसून गतिविधियां काफी बढ़ जाती है। अभी तक उत्तर भारत में तेज प्री मानसून गतिविधियां दिखाई नहीं दी है। उसका कारण है कि तापमान अभी बहुत अधिक नहीं हुआ हैं। अप्रैल के महीने में जब दिन के तापमान 40 डिग्री के पर पहुंचेंगे। तब धूल भरी आँधी, बारिश और तूफान कभी-कभी होने की संभावना बढ़ जाएगी।