मुंबई और आसपास के छोटे इलाकों में 21 अप्रैल की आधी रात के आसपास बहुत हल्की बूंदाबांदी हुई। यह आसमान में बने निचले बादलों से बहुत हल्की फुहारें थी। वर्षा का अंश हवाई अड्डा वेधशाला, सांताक्रूज़ ने बारिश को ट्रेस किया। साथ ही मुबंई शहर का अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य के काफी करीब है। इससे पहले तटीय शहर मुंबई में अप्रैल महीने के दौरान दशक(दस साल) का सबसे ज्यादा तापमान मापा गया था। 15 अप्रैल 2024 को सांताक्रूज़ का तापमान 37.9°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 5°C अधिक था और लू की स्थिति के बराबर था।
कब बनती है लू की स्थिति: तटीय क्षेत्र लू की चपेट में तब आते हैं जब दिन का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक होता है। या फिर सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे भी ज्यादा हो जाता है। इस सप्ताह के दौरान मुंबई में दोबारा इतना तापमान होने की कोई संभावना नहीं है। हाई आर्द्रता (Humidity) स्तर के साथ तापमान 33-34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
महाराष्ट्र में हल्की बारिश: उत्तरी मध्य महाराष्ट्र से लेकर तटीय कर्नाटक और गोवा तक निचले स्तर पर एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इसके अलावा, अरब सागर में कोंकण तट पर एक प्रतिचक्रवात परिसंचरण चिह्नित है। इन सिस्टमों के संयुक्त प्रभाव से 24 से 26 अप्रैल के बीच मध्य महाराष्ट्र में छिटपुट हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं, कोंकण के समुद्र तट पर बारिश के बंद होने की संभावना कम है। इस अवधि मतलब 24 से 26 अप्रैल के दौरान मुबंई के आसपास कुछ बादल छा सकते हैं।
मुंबई में गर्मी और उमस: ट्रफ की निकटता, एक अन्तर्निहित चक्रवाती परिसंचरण(embedded cyclonic circulation) के साथ दोपहर के समय समुद्री हवा उपनगरों में फैलती रहेगी। इससे दिन का तापमान अचानक से नहीं बढ़ेगा। ज़मीनी हवा लगभग दोपहर तक चलने की संभावना है, उसके बाद जल्दी ही समुद्री हवा में बदल जाएगी। पश्चिमी हवाओं के जल्दी शुरू होने से आर्द्रता(humidity) का स्तर अधिक होने की संभावना है। इस सप्ताह के दौरान तापमान 30 के बीच में और आर्द्रता 50% के करीब रहेगी। जिसके कारण मुंबई में एक नियमित विशेषता के रूप में गर्म और उमस भरी स्थिति बनी रहेगी। 26 से 28 अप्रैल के बीच सप्ताहांत में तापमान लगातार बढ़ने की संभावना है।