2021 के पहले 4 महीनों में बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में कोई विशेष हलचल दिखाई नहीं दी। हालांकि 31 मार्च को एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बना था जो 2 अप्रैल तक एक डिप्रेशन में तब्दील हो गया परंतु उसका असर भारत के ऊपर नहीं देखा गया वह म्यानमार की तरफ आगे बढ़ गया।
भारतीय समुद्रों में समुद्री तूफान आमतौर पर अप्रैल से दिसंबर के बीच में बनते हैं गर्मियों में मई का महीना सबसे अधिक समुद्री तूफान देखता है जबकि दूसरे सबसे अनुकूल महीने अक्टूबर से दिसंबर होते हैं।
अगर पिछले 20 साल की बात करें तो अभी तक अगस्त के महीने में एक भी समुद्री तूफान बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में नहीं बना है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व अरब सागर में बना है और इस समय समुद्री वातावरण इसके और गहराने के लिए अनुकूल है। समुद्री तूफान बनने के लिए समुद्री सतह का तापमान 27 डिग्री से अधिक होना चाहिए और इस समय अरब सागर के दक्षिण में समुद्री सतह का तापमान 29 से 30 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
14 मई की सुबह तक एक निम्न दबाव को प्रेरित करेगा जो और अधिक गहरा कर 15 मई तक एक डिप्रेशन का रूप ले लेगा। 16 मई के आसपास दक्षिण पूर्व तथा दक्षिण मध्य अरब सागर में समुद्री तूफान ताऊ ते बनने की संभावना है। शुरुआती दौर में उत्तर उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और और अधिक सशक्त हो सकता है।
इस समय लक्ष्यदीप केरल तथा कर्नाटका के तटों के आसपास समुद्र में ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई हैं तथा हवाएं भी काफी देर से चल रही है। मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वह समुद्र में न जाएं तथा जो भी गहरे समुद्र में हैं वह शीघ्र ही किनारे पर आ जाएं।
लक्ष्यदीप पर भारी से अति भारी वर्षा की शुरुआत हो चुकी है। केरल के भी कई भागों में भारी वर्षा जारी है।
14 और 15 तारीख को लक्ष्यदीप केरल तथा कर्नाटक के तटीय और दक्षिणी भागों सहित आंतरिक तमिलनाडु में भारी वर्षा होने की संभावना है। 15 और 16 मई को बारिश की गतिविधियां कर्नाटका सहित दक्षिण महाराष्ट्र में बहुत बढ़ जाएंगे और उस समय आंतरिक कर्नाटका सहित गोवा, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, परभणी आदि जिलों में भारी वर्षा संभव है। 16 तारीख की रात से मुंबई तथा पुणे में भी बारिश शुरू हो सकती है जो 17 मई के आसपास बढ़ेगी। तब तक समुद्री तूफान उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर पूर्वी अरब सागर में पहुंच चुका होगा। 17 मई तक गुजरात के दक्षिणी जिलो में भी बारिश आ की शुरुआत हो जाएगी। 18 मई के आसपास समुद्री तूफान ताऊ ते गुजरात के दक्षिणी तट तक पहुंच जाएगा। तथा गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी से अधिक भारी बारिश हो सकती है। स्काईमेट इस समुद्री तूफान पर नजर रखे हुए हैं तथा हम समय-समय पर ताजा जानकारी से अवगत कराते रहेंगे।