उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में काफी समय से शुष्क मौसम की स्थिति बनी हुई थी। इसके क्षेत्रों में दिन का तापमान सामान्य के स्तर के करीब या थोड़ा अधिक के बराबर दर्ज किया जा रहा था। जबकि पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान5 डिग्री से कम रेकॉर्ड हो रहे थे।
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हालांकि,उत्तर भारत के मैदानों में शीतकालीन की पहली वर्षा दर्ज की गई। सोमवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों में, पटियाला में 18 मिमी बारिश हुई, अमृतसर में 13 मिमी, मेरठ 9 मिमी, हिसार में 8 मिमी, दिल्ली 8 मिमी, नजीबाबाद 7 मिमी और मोरादाबाद 2 मिमी दर्ज की गई।
यह बारिश, राजस्थान और उसके आसपास के हरियाणा क्षेत्र में प्रेरित चक्रवती हवाओं के क्षेत्रकी वजह से हुई है। यह सिस्टम पश्चिमी हिमालय पर मौजूद एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के तहत बना। इस सिस्टम ने जम्मू और कश्मीर के कई हिस्सों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में पहले से ही अच्छी मात्रा में बारिश और बर्फबारी दी है।
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बारिश के कारण, पंजाब के कई इलाकों में दिन के तापमान में एक महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है। ठंडे दिन की स्थितियां कई क्षेत्रों में प्रचलित हैं। जब अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में15 डिग्री के निशान से नीचे चला जाता है तो ठंडे दिन की स्थिति होती है।
वर्तमान में, अमृतसर में अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री, फिरोजपुर में 15.5, पठानकोट में 15.4 डिग्री और लुधियाना में 15.6 डिग्री सेल्सियस है।
ऐसा अनुमान लगे गाय है की बारिश में काफीकमीआ जाएगी और वर्षा की गतिविधि मैदानी इलाकों से ओझल हो जाएगी। हालांकि, तराई वाले क्षेत्रों में बारिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उत्तर-पश्चिम भारत में अब धुन्ध की स्थिति भी काफी प्रबल हो जाएगी, जिससे दृश्यता में काफी कमी आ जाएगी।
IMAGE CREDIT: moneycontrol.com
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