दिल्ली में पिछले चार दिनों से न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब या उससे थोड़ा नीचे बना हुआ है। कल 21 नवंबर की सुबह रिकॉर्ड किया गया, 10.2°C अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान रहा। आज सुबह सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 11°C रहा, जो सामान्य के करीब है, जबकि लोधी रोड मौसम केंद्र पर तापमान 9.6°C दर्ज किया गया। वहीं, दिल्ली का रिज इलाका सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 8.5°C रिकॉर्ड किया गया। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान तापमान में 1°C की बढ़ोत्तरी हो सकती है, लेकिन इसके बाद तापमान में फिर से गिरावट आने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव: उत्तर पाकिस्तान और कश्मीर क्षेत्र में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी हवा के ट्रफ के रूप में गुजर रहा है। इस प्रणाली के चलते ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का असर देखने को मिलेगा। मुख्य रूप से 12,000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। यह स्थिति आज और कल(23 नवंबर) तक बनी रहेगी, जिसके बाद मौसम साफ होने लगेगा।
पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा की संभावना: 23 नवंबर की रात और 24 नवंबर की सुबह निचले और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की और छिटपुट बारिश होने की संभावना है। यह प्रणाली जल्दी ही समाप्त हो जाएगी, और उसी रात तक पर्वतीय क्षेत्रों का मौसम साफ हो जाएगा। इसके बाद मैदानी इलाकों में ठंड का असर बढ़ने लगेगा।
दिल्ली के तापमान में गिरावट: सप्ताहांत के दौरान दिल्ली का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन सुबह के समय हल्की धुंध और कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ क्षेत्र से गुजर जाएगा, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं पहाड़ों से मैदानों की ओर चलने लगेंगी। इसके चलते अगले सप्ताह के पहले हिस्से में दिल्ली का मौसम ठंडा हो जाएगा। अनुमान है कि इस महीने दूसरी बार दिल्ली का न्यूनतम तापमान 10°C तक गिर सकता है।
आगे के दिनों में दिल्ली का मौसम: दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में ठंड का असर अगले कुछ दिनों में बढ़ने की संभावना है। सुबह के समय धुंध और कोहरा छाया रहेगा। जो यातायात और दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। उत्तरा भारत के निवासी गर्म कपड़े पहनें और बदलते मौसम के प्रति सतर्क रहें।