एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी पहाड़ों के पूरे क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी हुई है। बता दें, जम्मू कश्मीर में ज्यादा बारिश और बर्फबारी हुई है। वहीं, दूसरे पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश में जम्मू-कश्मीर की तुलना में थोड़ी कम और उत्तराखंड में सबसे बारिश और बर्फबारी हुई। कश्मीर घाटी के सभी लोकप्रिय रिसॉर्ट्स में ताजा और मध्यम बर्फबारी देखी गई।
कश्मीर में बारिश के साथ बर्फबारी: उत्तरी कश्मीर के स्कीइंग रिसॉर्ट गुलमर्ग और दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 सेमी और 03 सेमी बर्फबारी हुई। कश्मीर घाटी के एंट्री प्वाइंट बटोटे, रामबन, काजी गुंड और बनिहाल में मध्मम से भारी बारिश हुई। बनिहाल में 45 मिमी और बटोटे में 44 मिमी बारिश दर्ज की गई। कुपवाड़ा, कुकरनाग और बारामूला के अंदर के हिस्सों में भी मध्यम बारिश औऱ बर्फबारी हुई। जम्मू-कश्मीर के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के मनाली, चंबा और डलहौजी में 30 से 45 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जल्द आएगी दूसरी मौसम प्रणाली: पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के मैदानी इलाकों में सर्दियों की हल्की बारिश दर्ज की गई। फिलहाल, मौसम प्रणाली मैदानी इलाकों सो बाहर निकल गई है। लेकिन, प्रणाली का बचा हुआ असर पहाड़ों के मध्य और ऊंचे इलाकों में जारी है। अगले 24 घंटों में पहाड़ों से भी मौसम प्रणाली के साफ होने की उम्मीद है। 20 मार्च के आसपास दूसरी मौसम प्रणाली पहाड़ी राज्यों तक पहुंचेगा। जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की मौसम गतिविधि होने की उम्मीद है।
पंजाब में औसत से कम तापमान: पहाड़ों पर ताजा बर्फबारी ने पीर-पंजाल और शिवालिक पर्वतमालाओं पर सफेद चादर बिछा दी है। मैदानी इलाकों से मौसम प्रणाली की निकासी और बर्फ से ढके पहाड़ों की ढलानों पर ठंडी हवाओं का असर पड़ेगा। बता दें, कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान पहले ही सामान्य से लगभग 3-4 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। लुधियाना और जालंधर में तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से काफी कम है। यहां तक कि दिन का तापमान गिरकर 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से लगभग 3-4 डिग्री सेल्सियस नीचे है।
नहीं बढ़ेगा तापमान, रहेगा सुखद मौसम: अगले लगभग एक सप्ताह तक मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहने की उम्मीद है। वहीं, कुछ दिनों में पहाड़ों से ठंडक का प्रभाव मैदानी इलाकों तक पहुंचेगा। दिन और रात दोनों का तापमान औसत से नीचे रहने की संभावना है। मैदानी इलाकों में सुखद सुबह और दोपहर की संभावना है, खासकर पंजाब और हरियाणा के उत्तरी आधे हिस्से में। एक सप्ताह के बाद भी तापमान में बढ़ोतरी नहीं होने की संभावना है। बता दें, पहाड़ों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है, जो 22 मार्च से मैदानी इलाकों को नए सिरे से प्रभावित करेगा।