राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में में 12 दिनों की लंबी गर्मी के बाद जून में पहली बार गर्मी कम हुई है। बेस वेधशाला सफदरजंग ने कल (6 मई) को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य तापमानस से केवल 1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इससे पहले शहर के रिकॉर्ड स्टेशनों ने 25 मई से 05 जून 2024 के बीच पारा स्तर 44°C से 46°C के बीच दर्ज किया था। इस दौरान 29 मई 2024 को उच्चतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। संयोग से, यह पिछले सौ से अधिक सालों में दिल्ली के लिए मई में दूसरा सबसे अधिक तापमान था। हालांकि, अभी चिलचिलाती गर्मी से जो राहत मिली है, वो लंबे समय तक नहीं रहेगी। आज 7 जून को दिल्ली का तापमान 43°C-44°C तक पहुंच सकता है। अगले पूरे सप्ताह के दौरान तापमान और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: उत्तरी पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। मैदानी इलाकों में उत्तरी राजस्थान और हरियाणा के कुछ हिस्सों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के पीक पर एक और निम्न स्तर का परिसंचरण चिह्नित है। दोनों को जोड़ने वाली पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा पूर्व की ओर आगे बढ़ते हुए दिल्ली के पास चल रही है। दिल्ली में आज एक बार फिर चिलचिलाती गर्मी सताएगी और पारा का स्तर 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच सकता है। सतही और निचले स्तर की हवा में दक्षिण-पश्चिमी घटक है, जो दिल्ली की पश्चिमी सीमाओं से गर्मी खींच लेगा।
शाम को चल सकती है धूल भरी आँधी: भीषण गर्मी ट्रिगर के रूप में काम करेगी और दिन के बाद के हिस्से में ऊंचे बादल बनाने के लिए ट्रफ को सक्रिय करेगी। वैसे भी, मौसम की गतिविधि हमेशा ट्रफ लाइन के साथ और उसके दक्षिण में अधिक होती है। दिल्ली में शाम के समय धूल भरी आँधी चलने के आसार हैं। इसके अलावा तेज़ हवाएँ चल सकती हैं, जो धूल उड़ाएंगी जिससे क्षैतिज दृश्यता कम हो सकती है। धूल भरी आँधी चलने के बाद कुछ राहत देने वाली बारिश हो सकती है, जिससे गंदगी( धूल) बैठ जाएगी।
अगले सप्ताह दिल्ली का मौसम: अगले सप्ताह कोई खास मौसम गतिविधि नहीं होने के कारण गर्मी का असर बढ़ेगा। इस कारण पारा 45°C के पार जाने की आशंका है। यह अगले सप्ताह में एक नियमित रुप से होने वाली घटना हो सकती है। मानसून आने से पहले दिल्लीवासियों को गर्मी की एक और मार झेलनी पड़ सकती है, जो महीने के अंत में होने की उम्मीद है।