आखिरकार उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दियों की पहली बारिश का इंतजार खत्म हो गया है। जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में पहले भी छिटपुट बर्फबारी देखी गई थी, और कल 8 दिसंबर को भी ऐसा ही मौसम देखने को मिला था। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के कुछ लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई। वहीं, उत्तराखंड की निचली पहाड़ियों पर भी बारिश हुई। उत्तरी भागों के मैदानी इलाकों जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी सर्दियों की छिटपुट बारिश दर्ज की गई।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में तापमान गिरा: बर्फबारी के बाद पहलगाम और गुलमर्ग का पारा इस सीजन के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया, जहां क्रमशः -7°C और -9°C तापमान दर्ज किया गया। वहीं, कश्मीर घाटी में बारिश और बर्फबारी उम्मीद से कम रही। हिमाचल प्रदेश के मध्य और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी इस सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज हुई। लाहौल-स्पीति, कुफरी, शिमला और मनाली में भी हल्की बर्फबारी हुई। सिरमौर जिले के सिस्पा, कोक्सर, केलांग, गांधला, सिस्सू और चूड़धार जैसे स्थानों पर अच्छी बर्फबारी हुई। उत्तराखंड में मसूरी, मुक्तेश्वर, पंतनगर, देहरादून और नैनीताल में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।
मैदानी इलाकों में हल्की बारिश: पंजाब के पटियाला, अंबाला, करनाल, चंडीगढ़, हरियाणा के कुछ हिस्सों, दिल्ली, मेरठ और बरेली में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। पहाड़ों पर छिटपुट और हल्की मौसमी गतिविधियाँ आज भी जारी रहेंगी। अगले तीन दिनों तक मौसम की गतिविधियां सिमट कर ऊंचाई वाले इलाकों तक सीमित हो जाएंगी। 12 से 13 दिसंबर के बीच पहाड़ों में मौसम साफ होने की उम्मीद है।
बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ेगी: बर्फबारी के बाद पहाड़ों और मैदानी इलाकों में शीतलहर की स्थिति तेज हो सकती है। पंजाब और हरियाणा के तराई वाले इलाकों में शीतलहर की संभावना अधिक होगी। अमृतसर, पठानकोट, जालंधर, भटिंडा, रोहतक, हिसार और करनाल जैसे स्थानों पर अगले 4-5 दिनों में तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है। 12 दिसंबर के बाद पहाड़ों में भी शीतलहर की स्थिति तेज हो सकती है।