देश के पूर्वी हिस्से और दक्षिण भारत के अंदरुनी हिस्से पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक गर्मी की चपेट में हैं। कुरनूल, नंद्याल, कडपा, अनंतपुर 40 के मध्य तापमान के साथ सबसे गर्म थे। नांदयाल में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो देश में सबसे अधिक है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के आंतरिक हिस्सों में भी भीषण गर्मी देखी जा रही है। यहां तापमान 42° और 44°C के बीच बना हुआ है। छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ के कुछ हिस्सों में अलग-अलग मौसमी गतिविधियां देखी गई हैं। हालाँकि, गर्मी और उसम से राहत देने के लिए मौसमी गतिविधियों का प्रसार और तीव्रता बहुत कम है।
तापमान सामान्य से ऊपर, भयंकर गर्मी: ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी में प्रतिचक्रवात पूर्व की ओर दूर चला गया है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में शुष्क और गर्म उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं। ओडिशा के टिटलागढ़, संबलपुर, भवानीपटना, क्योंझरगढ़, बोलांगीर, अंगुल, कटक और बारीपदा लगातार प्रचंड गर्मी और गर्म हवाओं से झुलस रहे हैं। झारखंड की सीमा से लगे पश्चिम बंगाल के हिस्सों में भी ऐसी ही स्थिति है। बांकुरा, मालदा, बर्दवान, पुरुलिया, पानागढ़, मिदनापुर, कलाईकुंडा और कोलकाता अधिकतम गर्मी की चपेट में हैं। इन क्षेत्रों में तापमान सामान्य से 5-7 डिग्री सेल्सियस ऊपर चल रहा है, जिससे भीषण गर्मी की स्थिति पैदा हो रही है।
इस कारण भीषण गर्मी: आंध्र प्रदेश का रायलसीमा क्षेत्र देश भर में सबसे गर्म क्षेत्र था। विदर्भ से केरल तक, कर्नाटक, रायलसीमा और तमिलनाडु के अंदरूनी हिस्सों को काटते हुए एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन बना हुआ है। इस ट्रफ को समुद्र तट के दोनों ओर से नम हवाएँ नहीं मिल रही हैं और इसलिए यह निष्क्रिय पड़ी हुई है। बल्कि यह अत्यधिक गर्मी पैदा कर रहा है, जिससे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के हिस्से झुलस रहे हैं।
लू चलने के साथ गुजरात में गर्मी: कम से कम अगले 4-5 दिनों तक न तो बंगाल की खाड़ी पर प्रतिचक्रवात और न ही प्रायद्वीपीय(दक्षिण) भारत की ट्रफ सक्रिय होगी। देश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में बड़े हिस्सों में लू चलने और छोटे हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के पारित होने के कारण देश के उत्तरी मैदानी इलाकों में अत्यधिक गर्मी नहीं पड़ेगी। लेकिन, ऐसा लगता है कि गुजरात इस सप्ताह के आखिर तक किसी भी समय फिस से गर्मी की चपेट में आ सकता है।