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राजस्थान में तीन दिन बरकरार रहेगी झुलसाने वाली गर्मी, बाद में राहत की उम्मीद

May 25, 2024 4:18 PM |

उत्तर-पश्चिमी भारत पिछले सप्ताह से भीषण गर्मी की चपेट में है, जबकि राजस्थान झुलसा देने वाले तापमान की मार झेल रहा है। देश के दस सबसे गर्म शहरों में से आठ इस समय राजस्थान में हैं। जहां फलोदी में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो कि 50 डिग्री से थोड़ा कम है।

इस भीषण गर्मी के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। पूरे क्षेत्र में गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं, जो सिंध, बलूचिस्तान और थार रेगिस्तान जैसे क्षेत्रों से आ रही हैं। ये हवाएँ उन क्षेत्रों से होकर गुजरती हैं जहाँ तापमान 50 डिग्री तक पहुँच रहा है। जैसे कि पाकिस्तान में जकोबाबाद में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जिससे गर्मी और बढ़ गई है।

इसके अतिरिक्त प्री-मानसून गतिविधि की कमी और साफ आसमान के कारण तापमान अनियंत्रित रूप से बढ़ रहा है। आमतौर पर, अप्रैल और मई में प्री-मानसून बारिश तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है। लेकिन, पिछले सप्ताह उत्तर-पश्चिमी भारत में कोई जरूरी बारिश नहीं हुई है।

हालांकि, प्री-मॉनसून बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है। लेकिन 28 मई से हवा की दिशा में बदलाव से कुछ राहत मिल सकती है। गर्म पश्चिमी हवाओं के दक्षिण-पश्चिमी हवाओं में बदलने की उम्मीज है, जिससे अरब सागर से ठंडी हवा आएगी। हालांकि तापमान में एकदम चमत्कारिक रूप से गिरावट नहीं होगी और संभवतः तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहेगा। इस बदलाव से मौजूदा भीषण गर्मी की स्थिति से राहत मिलनी चाहिए।

दक्षिण-पश्चिम मानसून के 1 जून तक केरल पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, राजस्थान को अभी और इंतजार करना होगा। मानसून आमतौर पर 25 जून तक दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में पहुँच जाता है और पूरे राज्य को कवर करने में 8 जुलाई तक का समय लग जाता है। इसका मतलब है कि राजस्थानवासी कम से कम अगले 20 दिनों तक गर्म मौसम झेलने की उम्मीद कर सकते हैं, केवल कभी-कभार होने वाली मानसूनी बारिश से अस्थायी राहत मिलेगी। गर्मी के प्रकोप से सही राहत जून के आखिर से पहले नहीं मिलेगी, जब तक मानसून पूरी ताकत से नहीं आ जाएगा।






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