पिछले कई दिनों से हिमालय से बर्फीली हवाएं उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों तक पहुँच रहीं हैं। जिसके चलते, तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 से 8 डिग्री कम है। इन राज्यों के कुछ हिस्सों में पाला भी देखा गया।
स्काईमेट के मौसम वैज्ञाकिनों के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड की स्थिति से राहत मिलने की संभावना है। इस प्रणाली के प्रभाव से राजस्थान पर हवाओं का एक चक्रवात भी देखने को मिलेगा।
इसके मद्देनजर, बर्फीली उत्तरपश्चमी हवाएँ बदलकर दक्षिण-पूर्वी दिशा से चलने लगेंगी। ये हवाएँ गर्म और आर्द्र होंगी, जिसके कारण शीतलहर की स्थिति समाप्त हो जाएगी।
यही नहीं, 13 और 14 जनवरी को पंजाब और हरियाणा में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। धीरे-धीरे बारिश उत्तर राजस्थान, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिलेगी। इन दो दिनों में कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि भी हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता पिछले वर्षों की तुलना में इस बार अधिक रही है। सर्दियों की शुरुआत से ही सक्रिय पश्चमी विक्षोभ ने नवंबर के पहले सप्ताह में ही अपनी उपस्थिति दर्ज की थी। तब से, कई सक्रिय प्रणालियाँ हैं जो पहाड़ियों में अच्छी बर्फबारी दे रही हैं और उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में पर्याप्त मात्रा में वर्षा दे रहें हैं।
Image Credit: Amar Ujala
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।