बेंगलुरु फरवरी और मार्च की तरह अप्रैल महीने में मौसम बिल्कुल शुष्क रहा। बता दें, बेंगलुरु में आखिरी बार बारिश जनवरी महिने के पहले सप्ताह में हुई थी, वो भी बहुत हल्की फुहारें। लंबे समय से बारिश नहीं होने के कारण बेंगलुरु और आसपास के क्षेत्रों में तापमान सामान्य से अधिक समय तक झुलसा देने वाला बना रहा है। अप्रैल के बचे हुए दिनों में झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, मई महिने में पहली बार प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है, जो शहर के मौजूदा तापमान रिकॉर्ड को देखते हुए काफी देरी से है।
पारा 38°C पार जाने के आसार: अप्रैल महीने में कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में लगातार गर्मी पड़ रही है। बता दें, इस महीने के दौरान अब तक 11 दिनों में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के पार रहा है। इस महीने में दो बार 06 और 23 अप्रैल को पारा 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, रिकॉर्ड के अनुसान बेंगलुरु में अप्रैल महीने में सबसे अधिक तापमान 39.2°C हुआ था, जो 2016 में दर्ज किया गया था। अप्रैल 2024 के दौरान अधिकतम तापमान सभी दिनों में 34°C से ऊपर और अब तक 22 दिनों में 35°C से ऊपर रहा है। हालांकि, अप्रैल के बचे हुए दिनों में इस तापमान स्तर के बरकरार रहने या फिर बदलाव होने की संभावना है। इन बचे हुए दिनों के दौरान बेंगलुरु में पारा 38°C के स्तर को पार कर सकता है।
इस कारण नहीं हो रही बारिश: बेंगलुरु में प्री-मानसून वर्षा होती है, जिसका मुख्य कारण प्रायद्वीपीय(दक्षिण) भारत का ट्रफ है, जो अर्ध-स्थायी विशेषता के रूप में प्रायद्वीप के अंदरूनी हिस्सों से होकर गुजरता है। यह सुविधा अधिकतर निष्क्रिय बनी हुई है और शहर के पश्चिम में भी चली गई है। लेकिन, तटीय कर्नाटक और केरल को कुछ मौको पर बारिश का लाभ मिला है। वहीं, बेंगलुरु पूरी तरह इस बारिश से चूक गया।
प्रचंड गर्मी में मतदान: अगले 5 दिनों तक इस ट्रफ के सक्रिय होने की कोई संभावना नहीं है। बारिश की स्थिति बनने के संकेत मई महीने की शुरुआत में है। मई के पहले सप्ताह के दौरान ट्रफ रेखा के पूर्व और पश्चिम की ओर दोलन करने की संभावना है, जो प्री मानसून के दौरान एक बहुत ही सामान्य विशेषता है। इससे बेंगलुरु में छिटपुट बारिश हो सकती है, जो लंबे समय से शुष्क रहने की समस्या को दूर सकती है। बता दें, पूरे कर्नाटक राज्य को कल 26 अप्रैल को मतदान के लिए प्रचंड गर्मी के लिए तैयार रहना होगा।