दिल्ली में साल की पहली छमाही में बारिश में कमी देखने को मिली। इस दौरान सिर्फ मई महीने में अच्छी बारिश देखने को मिली थी। वास्तव में, पहले मॉनसून महीने, यानी जून के दौरान भी, शहर में मॉनसून के देर से आने के कारण कम बारिश हुई। दिल्ली में मानसून ने 13 जुलाई को दस्तक दी थी।
हालांकि, जुलाई के महीने यहाँ जबरदस्त बारिश हुई है। शहर में जुलाई महीने में 187.3 मिमी के मुकाबले 507.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी, जो पिछले पहीनों में हुई बारिश के तीन गुने के करीब है। जुलाई महीने में शहर में 16 बारिश वाले और 3 भारी बारिश वाले दिन देखे गए। वास्तव में, दिल्ली ने अपनी वार्षिक वर्षा 779 मिमी का आंकड़ा भी पार कर लिया है।
अगर हम पिछले वर्षों की बात करें, तो 2019 में, दिल्ली में केवल 619 मिमी देखा गया था, और 2020 में 765.4 मिमी देखा गया था। इस वर्ष, दिल्ली में अब तक 781 मिमी बारिश राष्ट्रीय राजधानी के लिए वार्षिक वर्षा को पार कर चुकी है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अब दिल्ली शहर रुक-रुक कर बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। ये बारिश 6 और 7 अगस्त को मध्यम रह सकती है। इसके अलावा अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर बारिश हो सकती है। वहीं भारी बारिश की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
इन बारिशों का कारण राजस्थान और दिल्ली से सटे इलाकों पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र है। वहीँ अगले 48 घंटों के बाद, सिस्टम उत्तर-पूर्व की ओर शिफ्ट हो जाएगा जो पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के करीब है और यह मॉनसून ट्रफ को भी आगे बढ़ा देगा। ट्रफ रेखा फिलहाल दिल्ली से थोड़ा दक्षिण में है, लेकिन 6 अगस्त के आसपास ट्रफ रेखा दिल्ली से होकर गुजरेगी, जिससे शहर में भारी बारिश हो सकती है।