पश्चिमी विक्षोभ कमज़ोर होकर आगे बढ़ गया है, हालांकि इसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर में पिछले दो दिनों के दौरान अच्छी वर्षा रेकॉर्ड की गई। इसके अलावा उत्तर भारत के बाकी दोनों पर्वतीय राज्यों में भी कुछ जगहों पर हल्की बारिश दर्ज की गई है।
देश के इन भागों में आने वाले कुछ दिनों के लिए बेहतर मौसम की उम्मीद आप कर सकते हैं क्योंकि 26-27 अप्रैल तक फिलहाल किसी विशेष मौसमी हलचल की उम्मीद नहीं है। खुले आसमान के नीचे धूप की चमक तेज़ होने और तापमान में धीरे धीरे वृद्धि होने से हिमशिखरों से बर्फ पिघलने लगी है। इसको देखते हुये राज्य में हिमस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है।
सोमवार की सुबह 8.30 से 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर के अलग अलग भागों में हुई बारिश आंकड़ों में:
हिमाचल प्रदेश के चंबा में 33 मिलिमीटर बारिश हुई, मनाली में 25.4 मिमी, केलोंग में 17 मिमी और कुल्लू में 3.3 मिलिमीटर वर्षा हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ अब आगे बढ़ गया है और बारिश का प्रभाव भी अपेक्षा के अनुरूप ही कम हो गया है। हालांकि इसके चलते उच्च शिखरों में हुये हिमपात से कारगिल सेक्टर में हिमस्खलन का खतरा अगले 3 दिनों तक बना रह सकता है। यानि की बढ़ते तापमान के साथ जम्मू कश्मीर में जहां लोगों को बारिश के बाद कुछ राहत महसूस होगी वहीं कारगिल सैक्टर में हिमस्खलन की आशंका एक चुनौती बनी रहेगी।
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