जम्मू व कश्मीर में बारिश देने के बाद पश्चिमी विक्षोभ अब नेपाल के पश्चिमी हिस्सों में पहुँच गया है। भूकंप प्रभावित नेपाल के पश्चिमी भागों में पहले से ही बारिश शुरू हो चुकी है, और अब पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर अग्रसर है। अनुमान है कि यह नेपाल पार करते ही काठमांडू और आसपास के भागों को भी प्रभावित करना शुरू करेगा।
जैसा कि स्काईमेट ने अनुमान व्यक्त किया था, नेपाल में कल मौसम खराब ही बना रहा। इसके बावजूद भी खोज और बचाव का कार्य अधिकांश हिस्सों में जारी रहा। नेपाल में नेपाल सेना के साथ मिलकर भारतीय सशष्त्र बलों ने कल कई जटिल बचाव अभियान क्रियान्वित किए।
वर्तमान समय में काठमांडू में मौसम साफ है, जो बचाव अभियान के लिए काफी अनुकूल है। लेकिन बचाव दल के लिए चुनौती ये है कि यह अच्छा मौसम कुछ ही समय रहने वाला है क्योंकि आने वाले समय में यहाँ बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। शाम तक मध्यम बारिश हो सकती है। कहीं कहीं भारी बारिश की भी आशंका है। बारिश की यह गतिविधियां अगले 2-3 दिनों तक बनी रह सकती हैं।
खराब मौसम की संभावना को देखते हुये ये समझा जा सकता है कि बचाव दल के लिए राहत और बचाव के काम में बड़ी बाधा खड़ी हो सकती है। नेपाल में मरने वालों की संख्या पहले ही 4000 के पार पहुँच चुकी है जबकि सुदूर क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों के मृत होने की आशंका अभी भी बनी हुई है। नेपाल में लोगों को इस त्रासदी से उबारने के अभियान में घने बादल और रुक रुक कर बारिश एक गंभीर चुनौती खड़ी कर सकते हैं।
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