ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ 20 मार्च की देर रात को पश्चिमी हिमालय के पास पहुँच रहा है। जिससे उत्तरी पहाड़ों और सभी पहाड़ी राज्यों में मौसम की गतिविधि 21 मार्च से शुरू होगी और 24 मार्च तक जारी रहेगी। मौसमी गतिविधि (बारिश, बर्फबारी, ओलावृष्टि, तेज हवाएँ, आँधी, तूफान) उत्तरी पहाड़ियों और पंजाब, हरियाणा की तलहटी तक ही सीमित रहेगी। जो 24 मार्च को उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में फैल सकती है। इसके बाद अगले दिन पूरे क्षेत्र से एक साथ साफ होने संभावना है। अभी यह कहना थोड़ा जल्दबाजी होगी, लेकिन, 25 मार्च को होली के त्यौहार पर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को गर्म दोपहर और बिना बारिश के छींटों के तेज हवा से जूझना पड़ सकता है।
21 मार्च से नए पश्चिमी विक्षोभ का असर: बता दें, 14 मार्च के बाद से पहाड़ी इलाकों में आम तौर पर मौसम साफ-सुथरा रहा है। आखिरी बार 13 मार्च को कनेक्टिविटी बाधित और राजमार्ग बंद हुआ था। इसके बाद आया पश्चिमी विक्षोभ उम्मीद से हल्का रहा था और उत्तर की तरफ दूर तक ट्रैकिंग कर रहा है। जिससे केवल ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर असर( बारिश, बर्फबारी, तेज हवाएँ) हो रहा है। कमजोर पश्चिमी विक्षोभ एक ट्रफ के रूप में अभी भी पहाड़ी राज्यों के पूर्वी भागों पर स्थित है। यह जल्द ही किसी भी समय इस क्षेत्र को साफ़ कर देगा। हालाँकि, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने का इंतजार कर रहा है, जो इस क्षेत्र से ज्यादा दूर नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ कल 20 मार्च की रात को पहुंचेगा और सीधे अगली सुबह 21 मार्च को पहाड़ों पर असर दिखाना शुरू कर देगा। नए पश्चिमी विक्षोभ का असर पहाडों पर 24 मार्च तक होने की संभावना है।
बिजली, तूफान और ओलावृष्टि की संभावना: पूरे क्षेत्र में सभी चार दिनों( 21 से 24 मार्च) में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। जिसमें पीर-पंजाल और शिवालिक पर्वतमाला में सबसे ज्यादा बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 24 मार्च को अलग-अलग हिस्सों को छोड़कर उत्तराखंड राज्य पश्चिमी विक्षोभ के भयंकर असर से बच सकता है। वहीं, 23 मार्च को भारी मौसमी गतिविधि की उम्मीद है। जो जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश राज्य पर ज्यादा असर दिखाएगी। निचली श्रेणियों और तलहटी इलाकों में 23 और 24 मार्च 2024 को बढ़ी हुई गतिविधि देखी जाएगी। इन दो दिनों में कुछ स्थानों पर बिजली, तूफान और ओलावृष्टि होने की संभावना है।
इन मैदानी राज्यों में बारिश: पश्चिमी विक्षोभ 24 मार्च को उत्तरी राजस्थान और पंजाब पर एक चक्रवाती परिसंचरण बनाएगा। जिससे 24 घंटों तक मौसमी गतिविधियों का प्रसार बढ़ेगा। इसलिए 24 मार्च को 24 घंटे तक लगातार मौसमी गतिविधियाँ होंगी। वहीं, वर्षा बेल्ट का विस्तार होगा और यह पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को कवर करेगी। मौसम की तीव्रता हल्की से मध्यम रहेगी, ओलावृष्टि की न्यूनतम संभावना रहेगी। 25 मार्च को मैदानी इलाकों में व्यापक निकासी और पहाड़ों पर शेष प्रभाव जारी रहने की उम्मीद है। मौसम प्रणाली के प्रभाव में ठंडी हवा आने से पूरे उत्तरी भागों में हवा में हल्की ठंडक आएगी और मौसम साफ रहेगा।
फोटो क्रेडिट: टेलीग्राफ इंडिया