उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों, विशेषकर जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में अच्छी बर्फबारी का इंतज़ार अभी भी बना हुआ है। उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां पश्चिम से आने वाली मौसमी हलचल के चलते होती हैं, जिसे पश्चिमी विक्षोभ कहते है।
[yuzo_related]
दिसम्बर के महीने में उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य बर्फ की सफ़ेद चादर से ढके हुए रहते है। अगर आपने कभी बर्फबारी का लुत्फ नहीं उठायातो, उत्तर भारत की पहाड़ियों के पर्यटन स्थलों की ओर जाने का यह सही समय है। स्क्यमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में बर्फबारी की गतिविधियों की आशंका हैं ।
कश्मीर, हिमाचल गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान और जम्मू और कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है। साथ ही राजस्थान और आस पास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी देखा जा सकता है।
इन मौसमी सिस्टमो के चलते11, 12 और 13 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित उत्तर भारत की पहाड़ियों पर बर्फबारी की गतिविधि होंगी। हालांकि इस बार भी बर्फबारी ऊंचे पर्वतीय इलाकों तक ही सीमित रहेगी।
पहलगाम, गुलमर्ग, कुफरी और रोहतांग जैसी जगहों में बर्फबारी होने की सबसे अधिक संभावना है। मौसमी सिस्टमो के मजबूत होने की वजह से शिमला, मनाली और श्रीनगर जैसे क्षेत्र में भी बर्फबारी हो सकती है।हलाकी उत्तराखंड में बर्फबारी का अनुमान कम है लेकिन बारिश होने की संभावना काफी अधिक है। वैष्णो देवी धाम में भी बारिश की आशंका है।
बारिश और बर्फबारी की गतिविधि के चलते तापमान में काफी गिरावट आएगी जिससे ठंड का स्तर और बढ़ जाएगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, उत्तर भारत की पहाड़ियों के उच्च स्थानों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे जा सकते है।
IMAGE CREDIT: holidify.com
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।