ऊपरी स्तर की प्रणाली के रूप में पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से होकर गुजर रहा है। कल 23 मार्च को आने वाला एक और पश्चिमी विक्षोभ लगभग ओवरलैप हो जाएगा। अगले तीन दिनों तक पहाड़ों पर मौसम की सक्रियता जारी रहेगी। छोटे ब्रेक के बाद एक दूसरी मौसम प्रणाली 26 मार्च को आएगी। जिससे मार्च के आखिर तक पहाड़ों पर गतिविधियाँ जारी रहेंगी।
पहाडों पर 2 हफ्तों से बारिश/बर्फबारी: पिछले लगभग 2 सप्ताह से पश्चिमी विक्षोभ के बार-बार आने से पहाड़ों पर पर्याप्त बारिश और बर्फबारी हो रही है। पिछले लगभग एक सप्ताह से मौसम की गतिविधि हल्की से मध्यम रही है। बर्फबारी ऊंचाई वाले इलाकों तक ही सीमित हो गई है। निचले और मध्य भागों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ी हैं। पिछले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में काफी व्यापक वर्षा देखी गई है। बनिहाल, काजी गुंड, बटोटे, कुपवाड़ा, श्रीनगर, पहलगाम, गुलमर्ग, जम्मू और उधमपुर में बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों चंबा, कांगड़ा, धर्मशाला, कुल्लू, मनाली, मंडी और सुंदरनगर में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
पंजाब/हरियाणा में कम गर्मी: फिलहाल, मौसम की गतिविधियां केवल पहाड़ों तक ही सीमित रह गई हैं। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के मैदानी इलाके बड़े पैमाने पर शुष्क बने हुए हैं। हालाँकि, इस समय पहाड़ों पर व्यापक गतिविधि ने मैदानी इलाकों में तापमान में सामान्य बढ़त को रोक दिया है। पंजाब और हरियाणा के ज्यादातक स्थानों पर तापमान 30°C के निशान को नहीं छू पाया है। अमृतसर, भटिंडा, फिरोजपुर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, अंबाला, करनाल, रोहतक, कुरुक्षेत्र और चंडीगढ़ में दिन का तापमान 20 के मध्य और उच्च के बीच दर्ज किया गया है। इन भागों में मौसमी गर्मी अभी तक पकड़ में नहीं आई है। यहां तक कि पूर्वी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मार्च महीने के दौरान अब तक पारे का स्तर नीचे मापा गया है।
अप्रैल में बढ़ेंगा दिन और रात का तापमान: पहाड़ों पर काफी व्यापक बारिश और बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर पड़ेगा। बर्फीले पहाड़ों की ढलानों से हवाएँ मैदानी इलाकों में बहती रहेंगी। यह पैटर्न अगले लगभग 10 दिनों तक पारे के स्तर में अचानक होने वाली बढ़त को रोक देगा। पारे के स्तर की मौसमी प्रगति अगले एक सप्ताह में इनमें से अधिकांश स्थानों पर दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के करीब ले जाएगी। रात का तापमान मध्य किशोरावस्था(14 से 17) में रहेगा, आर्द्रता(humidity) का स्तर कम से मध्यम रहेगा। कुल मिलाकर, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम की स्थिति आरामदायक रहेगी। हालाँकि, अप्रैल में गर्मी बढ़ने की संभावना है और दिन के दौरान तापमान 30 के उच्चतम स्तर तक बढ़ जाएगा। रात के तापमान में भी बढ़ोतरी की संभावना है।