ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तक पहुँच गया है। चक्रवाती परिसंचरण मध्यम स्तर तक प्रभावी है। मध्य और ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में मध्यम और ऊंचे बादल बने हुए हैं। जिससे जल्द ही बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाएगी। बर्फबारी 15,000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी ढलानों तक ही सीमित रहेगी। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में भी आज देर रात या कल सुबह हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है।
इन इलाकों में बारिश की संभावना: जम्मू, हिमाचल और चंडीगढ़ के तलहटी इलाकों में छिटपुट और हल्की बारिश गरज के साथ पड़ने की संभावना है। जम्मू, उधमपुर, कठुआ, पठानकोट, अमृतसर, ऊना, चंडीगढ़ में अगले दो दिनों में हल्की बारिश हो सकती है। जिसमें अधिकतर देर रात या सुबह के समय तेज बारिश होने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अंदरूनी और दूर के हिस्सों पर इस मौसम प्रणाली का कोई खास असर नहीं होगा।
प्रणाली के गुजरने के बाद तापमान में गिरावट: पश्चिमी विक्षोभ (मौसम प्रणाली) के गुजरने के बाद मैदानों में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह सामान्य हो जाएगा। पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाली ठंडी हवाएं दिल्ली, उत्तर राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्य प्रदेश तक चलेंगी, जिससे तापमान में गिरावट आएगी। अगले सप्ताह की शुरुआत में तापमान में ज्यादा गिरावट देखी जा सकती है। पंजाब, उत्तरी व पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। दिल्ली में पिछले चार दिनों से लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, जिसमें करीब 3°C की गिरावट आई है। सफदरजंग में आज सुबह का न्यूनतम तापमान 15.6°C दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम है। अगले सप्ताह के पहले भाग में दिल्ली में न्यूनतम तापमान 12-13°C तक पहुंच सकता है। हालांकि, 22 नवंबर के आसपास एक और पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचने की संभावना है, जिससे तापमान फिर से बढ़ सकता है।