मार्च का महीना उत्तर भारत के लिए अच्छा माना जाता है क्यूंकि ये महीना बहुत सारे मौसम सिस्टम लेकर आता है। मार्च के महीने में पहले से ही दो पश्चिमी विक्षोभ ने पश्चिमी हिमालय को प्रभावित किया हुआ है। इसके अलावा दो और पश्चिमी विक्षोभ आने के लिए तैयार हैं।
11 से 12 मार्च के बीच पहला पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी हिमालय वाले भागों जिनमें विशेष रूप से जम्मू- कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फ़बारी के साथ अच्छी बारिश की संभावना है।
इसके बाद, यह मौसम सिस्टम आगे की ओर बढ़ जाएगा और एक कम सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ विकसित होगा। जिसकी वजह से 13 मार्च को भी बारिश और बर्फ़बारी की उम्मीद है जो कि और 14 मार्च तक जारी रहेगा।
जम्मू- कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड इन तीनों राज्यों में 11 से 14 मार्च तक बारिश और बर्फबारी की संभावना है। उत्तराखंड में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम रहने के आसार हैं।
11 मार्च को उत्तरी मैदानी इलाकों विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के भागों में भी इस मौसम सिस्टम का असर दिख सकता है।
14 मार्च तक ये पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा की ओर बढ़ने लगेंगे जिसकी वजह से पहाड़ी भागों में मौसम पूरी तरह शुष्क और साफ हो जाने की उम्मीद है।
स्काईमेट का अनुमान है की अगले दो दिनों तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। वहीं , अगर तीनों राज्यों में अधिकतम तापमान की बात करें तो इसमें 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट के आसार हैं।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इन भागों में दिन के तापमान में वृद्धि होगी जबकि न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। हालांकि इस बार तापमान में गिरावट का बहुत ज्यादा महत्व नहीं होगा और जो सर्दी का मौसम पहले महसूस किया जा रहा था। वो सुहावने मौसम के साथ धीरे-धीरे ख़त्म हो जायेगा।
Image credit : Hindustan Times
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।