केरल में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है। शनिवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों में, अलाप्पुझा में 158 मिमी, कोल्लम में 115, कोच्चि में 150, कोट्टायम में 59, कोझीकोड में 35, कुमारकोम में 111, पलक्कड़ में 95, तिरुवनंतपुरम में 106, तिरुवनंतपुरम शहर में 125 मिमी बारिश दर्ज की गई।
केरल में पहले ही 73% अधिशेष के साथ भारी बारिश हो चुकी है। केरल में पिछले एक या दो महीने से मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं।
अरब सागर से मध्यम हवाएं राज्य के ऊपर जारी हैं। केरल और दक्षिण पूर्व अरब सागर के आसपास के हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित हुआ है। इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा तमिलनाडु के उत्तरी तट तक फैली हुई है।
केरल के कई हिस्सों में 21 मई तक मध्यम से भारी बारिश के साथ छिटपुट बहुत भारी बारिश जारी रह सकती है। इसके बाद बारिश की गतिविधियों में थोड़ी गिरावट हो सकती है लेकिन मौसम शुष्क नहीं होगा। केरल में 3 दिनों के त्रुटि अंतर के साथ मानसून की शुरुआत 26 मई के आसपास होने की उम्मीद है।
बारिश के लिहाज से जून के पहले 10 दिन केरल के लिए अच्छे लगते हैं। केरल में मानसून के मौसम में औसत वर्षा बहुत अधिक होती है। स्काईमेट के अनुसार, 1 जून से 30 सितंबर के बीच राज्य में कुल मिलाकर मानसून की बारिश औसत से थोड़ी कम हो सकती है।