प्री-मॉनसून सीज़न अभी शुरू हो रहा है। मध्य और पूर्वी भारत में आने वाले दिनों में बेमौसम बारिश, गरज के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। यहां तक कि ओलावृष्टि भी हो सकती है।
इस कारण बेमौसम गतिविधियाँ: ये प्री-मानसून गतिविधियाँ आमतौर पर ओलावृष्टि से जुड़ी होती हैं और अप्रैल और मई के दौरान अधिक तीव्रता के साथ होती हैं। लेकिन, मौसम के अनूठे पैटर्न के कारण अब ये घटित हो सकते हैं। बता दें, दो ट्रफ एक ओडिशा से पश्चिम बंगाल तक और दूसरा विदर्भ से दक्षिण तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक प्रतिचक्रवात के साथ मिलकर बेमौसम मौसम के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बना रहे हैं।
इन क्षेत्रों में होगी बारिश: इस संयुक्त प्रभाव से अगले 3-4 दिनों (17 मार्च से) में तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के साथ-साथ मध्य और पूर्वी भारत में बारिश और गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद है। गंगीय पश्चिम बंगाल में 17 से 20 मार्च के बीच छिटपुट गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश संभव है। 17 मार्च को ओलावृष्टि की भी संभावना है।
भारी बारिश और ओलावृष्टि: छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश में 17 से 21 मार्च के बीच गरज, बिजली और तेज़ हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की या मध्यम बारिश की उम्मीद है। विदर्भ (17-18 मार्च), मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (17-19 मार्च) में अलग-अलग ओलावृष्टि का अनुमान है। 19 मार्च को ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में भी असर: तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश: 17 से 21 मार्च के बीच हल्की बारिश संभव है। केरल में 17 से 18 मार्च के बीच छिटपुट हल्की बारिश की उम्मीद है। वहीं,पूर्वोत्तर भारत में 17 से 22 मार्च के बीच हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
सावधानी बरतें: इसके साथ ही इन क्षेत्र के वासियों को मौसम की नई सूचनाओं से अपडेट रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी किसी भी निर्देश का पालन करने की सलाह दी जाती है।