उत्तर भारत की पहाड़ियों और मैदानों में एक साथ प्री-मानसून आँधी-बारिश की संभावना

April 19, 2024 3:27 PM | Skymet Weather Team

उत्तर भारत की पहाड़ियाँ और मैदानी इलाकों में एक और बारिश का दौरा आ रहा है। बता दें, कल 18 अप्रैल को ही निचली पहाड़ियों में बारिश और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हुई है। वहीं, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी हुई है। पठानकोट, जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, चंडीगढ़, हिसार, सिरसा, बीकानेर, जयपुर में भी 18 अप्रैल को हल्की बारिश दर्ज की गई है। गौरतलब है, बीच-बीच में छोटे ब्रेक के साथ प्री-मानसून एक्टिविटी 23 अप्रैल तक जारी रहेगी।

पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी: पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण(induced cyclonic circulation) उत्तरी पंजाब और सीमा पार के हिस्सों पर स्थित है। इन दोनों  सिस्टमों के संयुक्त असर से पहाड़ी राज्यों में अगले 4-5 दिनों तक बारिश और बर्फबारी होगी। हिमाचल प्रदेश और कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की भी संभावना है। वहीं, उत्तराखंड राज्य में बहुत कम मौसम गतिविधि होगी।

 इन दो राज्यों में ज्यादा असर: पंजाब और हरियाणा के मैदानी इलाकों में आज 19 अप्रैल को छिटपुट बारिश और गरज के साथ बारिश हो सकती है। इन दोनों राज्यों का उत्तरी आधा भाग प्री-मानसून गतिविधि के लिए अधिक संवेदनशील होगा, जिसका दायरा दिल्ली तक होगा। राजधानी में शाम और रात के समय बारिश, आँधी आने की संभावना है। वहीं, मैदानी इलाकों में कल 20 अप्रैल को मौसम में थोड़ा ठहराव रहेगा, फिर 21 अप्रैल को नए सिरे से मौसम की शुरुआत होगी।

राजस्थान में धूल भरी आँधी का खतरा: बता दें, छोटे से ब्रेके बाद बारिश, आँधी, तूफान, बर्फबारी की गतिविधि नई मौसम प्रणाली के आने के साथ शुरु होगी। ये गतिविधियाँ खासतौर पर पहाड़ों और आंशिक तौर पर मैदानी इलाकों में होगी। हालांकि, बाद के दौर में मौसम की तीव्रता कम  हो जाएगा। लेकिन, इसका प्रसार(फैलाव) ज्यादा होगा। जो राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को भी कवर करेगा। पश्चिमी और मध्य राजस्थान  में तेज़ हवाओं के साथ धूल भरी आँधी आने का ज्यादा खतरा रहेगा।

बारिश के कारण तापमान बढ़ने पर रोक:पूरे उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के लगातार असर ने तापमान अचानक बढ़ने से रोक दिया है। तापमान अधिकतर 30 के मध्य के आसपास बने हुए हैं। हां, राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों से सटे कुछ स्थानों पर पारा 30 डिग्री के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है। इसके बाद भी इनमें से किसी भी क्षेत्र में तापमान ने 40 डिग्री सेल्सियस के निशान को पार नहीं किया है। आने वाले दिनों में भी इसी तरह का रुझान जारी रहने की संभावना है, क्योंकि मौसम की गतिविधियां अगले सप्ताह के मध्य तक बढ़ सकती हैं।

फोटो क्रेडिट: पीटीआई

OTHER LATEST STORIES