पश्चिमी राजस्थान देश भर में सबसे गर्म हिस्सा रहा है। जबकि, देश के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में प्री-मॉनसून गतिविधि देखी जा रही है। जिससे तापमान कम हो रहा है। अभी राजस्थान शुष्क है यहां पर बारिश नहीं हुई है और साथ ही राज्य गर्मी की लहर में है। इन स्थितियों के और बढ़ने की संभावना है, जिसकेबाद राज्य के कुछ हिस्सों में इस मौसम का अधिकतम तापमान दर्ज किया जाएगा। उत्तर और पश्चिम क्षेत्र अधिक संवेदनशील होंगे।
बढ़ते तापमान के साथ भीषण गर्मी: अगले एक सप्ताह या उसके आसपास कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना नहीं है। जिसके परिणामस्वरूप बहुत जरूरी और बड़े पैमाने पर गतिविधि होगी। छोटी-छोटी गड़बड़ियाँ स्थानीय परिवर्तन का कारण बन सकती हैं, लेकिन बड़े हिस्से को प्रभावित नहीं करेगी। सीमा के दूसरी ओर(पाकिस्तान में) भी हालात गर्म हैं और बहुत ज्यादा गर्मी झुलसा देने वाली स्थितियों को और बढ़ाएगी। पूरे राजस्थान में अगले 4-5 दिनों तक तापमान 44°C और 48°C के बीच दर्ज किया जाएगा।
इन क्षेत्रों में 47 डिग्री तापमान: राज्य के उत्तरी भागों में सूरतगढ़, गंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़ और महाजन फील्डफायरिंग रेंज शामिल होंगी। इन क्षेत्रों में पारा 46°-48°C के बीच रहने की संभावना है। जैसलमेर, बाड़मेर के साथ-साथ फलोदी, बीकानेर और जोधपुर की सीमा चौकियाँ 46°-47°C तापमान में तपेंगी। राज्य के पूर्वी हिस्सों में छाया बेहतर हो सकती है लेकिन फिर भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है या उससे अधिक हो सकता है।
गर्मी से जल्द राहत नहीं: भरतपुर, अलवर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी में 45°-46°C तापमान रहेगा। सतही हवाएँ तेज़ होंगी, जिसके कारण राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में तेज लू चलने की स्थिति बन सकती है। अत्यधिक गर्मी छोटे पैमाने पर स्थानीय परिसंचरण को गति दे सकती है, जिससे बवंडर हवा और धूल उड़ाने वाली हवाएं चल सकती हैं। धूल भरी और तेज़ हवाओं से दृश्यता (विजिबिलिटी) कम हो सकती है, जिससे हवाई उड़ानों पर असर हो सकता है। वहीं, पूरे राजस्थान को गर्मी और लू से जल्द राहत की उम्मीद नहीं है।