अगले दो दिनों में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने की स्थितियां बन रही हैं। पूर्वी और पूर्वोत्तर राजस्थान के अधिक हिस्सों, हरियाणा के पश्चिमी व दक्षिणी हिस्सों और पंजाब के निकटवर्ती हिस्से में 23 और 24 जुलाई को मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश भी हो सकती है।
तेज होगी मौसम प्रणाली: पूर्वोत्तर राजस्थान और इससे सटे दक्षिणी हरियाणा के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। साथ ही, मानसून ट्रफ जो अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर चल रहा है। उसके उत्तर की ओर बढ़ने और राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली/एनसीआर से गुजरने की संभावना है। इन प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से मानसून गतिविधि में तेजी आएगी। गतिविधि में तेजी बड़े पैमाने पर राजस्थान, आंशिक रूप से हरियाणा और सबसे कम पंजाब को कवर करेगी। दिल्ली/एनसीआर इस प्रणाली के निकट है। जिससे यहां कुछ हद तक मानसूनी बारिश होगी। जिससे एक सप्ताह से ज्यादा समय से सूखे बने हालात खत्म होंगे।
इन राज्यों में गंभीर मौसम स्थिति: तीन राज्यों के कुछ हिस्सों में गंभीर मौसम गतिविधि होने का खतरा होगा। राजस्थान में जोखिम वाले स्थानों में जयपुर, अलवर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, सीकर, झुंझुनू और चूरू शामिल होंगे। वहीं, हरियाणा खतरें वाले क्षेत्र कम हैं, जिनमें भिवानी, हिसार, रेवाडी, फतेहाबाद, जिंद और कैथल शामिल हैं। हालांकि, पंजाब मौसम की मार से बच सकता है। लेकिन, हरियाणा की सीमा से हटे बठिंडा, मनसा और संगरूर में जोखिम बना रहेगा।
दो दिन के बाद बदलेगा मौसम: पहले 2 दिन, 23 और 24 जुलाई को बारिश की तीव्रता और प्रसार बहुत ज्यादा होगा और दूसरे दिन मुख्य मौसम दक्षिण की ओर बढ़ने के आसार हैं। मौसम प्रणाली का बचा हुआ असर तीसरे दिन 25 जुलाई को पूर्वी राजस्थान पर रहेगा। एक दिन बाद मौसम की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा सकती है और सप्ताह के शेष दिनों में भी ऐसा ही होगा।