देश के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में गर्म और शुष्क मौसम की स्थिति बनी हुई है। अगले चार दिनों तक कोई भी महत्वपूर्ण मौसम प्रणाली, प्री-मॉनसून गतिविधि(बारिश) को नहीं बढ़ाएगी। बता दें, मालेगांव, शोलापुर, अकोला, परभणी, चंद्रपुर, ब्रह्मपुरी, अमरावती, वर्धा, नागपुर, उस्मानाबाद और बीड में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है। वहीं, आंध्र प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया।
कुरनूल में सबसे ज्यादा तापमान: आदिलाबाद, रामगुंडम, निज़ामाबाद, गुलबर्गा, कुरनूल, अनंतपुर, नंद्याल, कडप्पा में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है। देश में सबसे अधिक तापमान कुरनूल में 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां तक कि पश्चिम बंगाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ सहित देश के पूर्वी हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है। मिदनापुर, बांकुरा, बारीपदा, जमशेदपुर और राजनांदगांव में कल तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया।
इन राज्यों में हल्की बारिश: अगले 3-4 दिनों तक इन भागों में कोई मौसमी गतिविधि होने की उम्मीद नहीं है। दक्षिण भारत में तमिलनाडु से लेकर पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी कर्नाटक और विदर्भ तक एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ रेखा है। यह अब तक निष्क्रिय है। 06 अप्रैल से महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तरी कर्नाटक और पड़ोसी क्षेत्रों में छिटपुट मौसमी गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। इन भागों में दिखने वाली गतिविधि 07 से 10 अप्रैल के बीच होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी: इस बारिश के बाद बढ़ते तापमान पर ब्रेक लग सकता है। हालांकि, 02 से 06 अप्रैल के बीच अगले 3-4 दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है. कुछ स्थानों पर पारा 42 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाएगा, जिससे कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बहुत करीब आ जाएगी। पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्से भी अगले कुछ दिनों में भीषण गर्मी की चपेट में आ जाएंगे।
उत्तरी भागों में प्रचंड गर्मी: देश के उत्तरी भागों में इस सप्ताह भीषण गर्मी जारी रहेगी। पश्चिमी विक्षोभों की एक शृंखला, जो कुछ छोटे पैमाने के परिसंचरणों( circulations ) के साथ जुड़ी हुई है, पहाड़ों और तलहटी में मौसम की गतिविधि को जारी रखेगी। यह अधिकांश हिस्सों को प्रचंड गर्मी से बचाएगा। उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली बढ़ती गर्मी से बच जाएंगे। वहीं, पारा तीस के मध्य तक ही सीमित रहने की उम्मीद है।
फोटो क्रेडिट: ट्रिब्यून इंडिया