देश के बड़े हिस्से में लंबे समय से शुष्क मौसम की स्थिति बनी हुई है। जिसके कारण पारे का स्तर सामान्य से कही अधिक बढ़ गया है। दक्षिण, मध्य और पूर्वी राज्यों के हिस्से अत्यधिक गर्मी की चपेट में हैं। अगले 3-4 दिनों तक इन क्षेत्र के कुछ इलाकों में लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है।
तापमान 40 तक बढ़ने की संभावना: मध्य राज्यों के बड़े हिस्से में शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं। प्रायद्वीपीय ट्रफ की निष्क्रियता से दक्षिण भारत के आंतरिक हिस्से गर्म हो रहे हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर प्रतिचक्रवात समुद्र के ऊपर गहरा है और नम हवाओं के साथ जमीन पर नहीं प्रवाहित नहीं हो रहा है। इन सभी कारकों के मिलने से कुछ राज्यों के छोटे हिस्सों में गर्मी की लहर शुरू हो जाएगी, जिससे तापमान 40 के दशक के मध्य (34) तक बढ़ने की संभावना है।
इन क्षेत्रों में पारा 40 डिग्री: 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान का क्षेत्र काफी फैला हुआ है। इसमें महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, तेलंगाना, रायलसीमा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल शामिल हैं। शोलापुर, जेउर, अकोला, अमरावती, नागपुर, वाशिम, चंद्रपुर, ब्रह्मपुरी, निज़ामाबाद, आदिलाबाद, गुलबर्गा, कुरनूल, अनंतपुर, कडप्पा, नंद्याल, अंगुल, संबलपुर, टिटलागढ़, जमशेदपुर, बांकुरा, मिदनापुर और राजनांदगांव में पारा स्तर 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है।
8 अप्रैल से बारिश की संभावना: मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। 04 से 07 अप्रैल के बीच कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है। प्री-मानसून गतिविधि मध्य, पूर्वी और दक्षिणी भागों के बड़े क्षेत्रों में 08 अप्रैल से शुरू होकर अगले 4-5 दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
फोटो क्रेडिट: आईएएनएस