देश के पूर्वी राज्यों में 19 और 20 मार्च को मौसम खराब रहने की संभावना है। चार राज्यों, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज आंधी, तेज हवाओं, ओलावृष्टि और बिजली गिरने का अनुमान है। तटीय आंध्र प्रदेश के परिधीय क्षेत्र (बाहरी हिस्से) और बिहार के निकटवर्ती हिस्सों में भी मौसम खराब हो सकता है।
इस मौसम प्रणाली के कारण बारिश: निचले स्तर पर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के ट्राइजंक्शन पर एक चक्रवाती परिसंचरण चिह्नित है। एक उत्तर-पूर्व-दक्षिण-पश्चिम ट्रफ रेखा इस परिसंचरण से झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक फैली हुई है। ओडिशा के तट से दूर, बंगाल की पश्चिमी खाड़ी पर एक प्रतिचक्रवात परिसंचरण मौसम की विशेषता के लिए नमी बढ़ा रहा है। इन कारकों के मिले असर से चार राज्यों को कवर करने वाले एक बड़े क्षेत्र में तेज मौसम गतिविधि (बारिश,बर्फबारी,आँधी,ओलावृष्टि,तेज हवाएँ) शुरू हो रही है।
भयंकर तूफान, बिजली गिरने के आसार: आज 19 मार्च को मौसम गतिविधि का प्रसार और तीव्रता छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर होगी। झारखंड और ओडिशा राज्य में बिजली गिरने, तूफान अधिक शक्तिशाली होंगे। इन दोनों राज्यों में ओलावृष्टि, तेज और तूफानी गति वाली हवाओं के साथ गंभीर बिजली गिरने की आशंका है। कल 20 मार्च को मौसमी गतिविधि हल्की हो सकती है, लेकिन प्रसार बना रहेगा। दरअसल, यह गतिविधि उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों को भी कवर करेगी।
बरतें सावधानी: आज और कल होने वाले खराब मौसम के कारण जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करने के लिए सुरक्षा की आवश्यकता है। वहीं, आकाशीय बिजली गिरने से होने वाली जनहानि को शून्य करने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। खराब मौसम के दौरान खेतों में और खुले आसमान के नीचे काम न करें। 21 मार्च को मौसम की गतिविधियां पूर्वोत्तर भारत की तरफ चली जाएंगी। पूर्वी राज्यों के लिए सप्ताह के मध्य से बादल छंटने की उम्मीद की जा सकती है और यह महीने के आखिर तक भी जारी रह सकती है।