पिछले 4 दिनों में पारे के निचले स्तर के साथ गुजरात में मौसम सुखद बना हुआ है। इससे पहले फरवरी के आखिरी दिनों में दिन का तापमान 30 के पार पहुंच गया था। राजकोट और सुरेंद्रनगर में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस, अहमदाबाद और बड़ौदा में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया था। अरब सागर से आने वाली आर्द्र दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ प्रचंड गर्मी ने परेशानी का स्तर बढ़ा दिया था, खासकर दोपहर और शाम के समय में। हालांकि, अब दिन और रात दोनों का तापमान कम हो गया है और पूरे सप्ताह अच्छा रहने की संभावना है।
दो महीने प्रचंड गर्मी: बता दें, गुरजरात राज्य में फरवरी के बीच से गर्मी जो पकड़ने लगती है। कर्क रेखा राज्य से होकर गुजरती है। सूर्य के भूमध्य रेखा (ग्रीष्म विषुव-20मार्च) के करीब आने के साथ गुरजारत में गर्मी की ज्यादा बढेगी। आने वाले समय में गुजरात में गर्म दिन होंगे। मानसून आने तक अप्रैल और मई महीने बड़ी परेशानी वाले होंगे, गर्मी से कोई राहत नहीं मिलेगी।
मौसम की स्थिति में बदलाव: मार्च के शुरुआती दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ों पर सीज़न की सबसे भारी बर्फबारी हुई है। जिसके बाद उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दी वापस आ गई है। पहाड़ी ढलानों और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी हवाओं ने अधिकांश हिस्सों में एक बार फिर सर्दियों का स्वाद लौटा दिया है। ठंडी लहर का असर राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों से लेकर दक्षिण तक, खासकर उत्तर, मध्य गुजरात और कच्छ तक फैल गया है। मौसम में बदलाव होने के कारण 2 मार्च को अहमदाबाद, गांधीनगर, राजकोट, भावनगर और अन्य हिस्सों में मध्यम तीव्रता की बेमौसम बारिश हुई। बारिश और उत्तर से आने वाली हवा के संयुक्त प्रभाव के कारण मौसम की स्थिति में बदलाव आया है।
राज्य के कुछ हिस्सों में सुखद मौसम: सूरत, वलसाड, ओखा, पोरबंदर, द्वारका जैसे तटीय स्टेशनों को छोड़कर अन्य जगहों पर तापमान प्रोफाइल ने मौसम की स्थिति को पलट दिया है। कच्छ और उत्तर एवं मध्य गुजरात के कुछ हिस्सों में इस सप्ताह की शुरुआत से ही असामान्य रूप से सुखद स्थिति देखी गई है। अहमदाबाद, राजकोट, बड़ौदा, दीसा, सुरेंद्रनगर, भुज, नलिया में अधिकतम तापमान 30-31 डिग्री सेल्सियस या उससे कम के आसपास चल रहा है, जो सामान्य से लगभग 4-5 डिग्री सेल्सियस नीचे है। इन स्थानों पर न्यूनतम तापमान भी कम रहा, जो औसत से लगभग 4 डिग्री सेल्सियस कम है।
हवा का पैटर्न बदलने की संभावना: गौरतलब है, दिन और रात के तापमान में सुखद स्थिति अगले चार दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है। एक और पश्चिमी विक्षोभ के आने से उत्तर भारत में मौसम की स्थिति और हवा का पैटर्न बदलने की संभावना है। इस कारण 10-11 मार्च से से गुजरात की ओर ठंडी हवाओं का प्रवाह रुक जाएगा। दिन का तापमान फिर से बढ़कर 30 के मध्य तक पहुंचने की संभावना है और न्यूनतम तापमान बढ़कर किशोरावस्था(13 से 19) तक पहुंच सकता है। मौसम प्रणाली के गुजरने के बाद स्थितियाँ कुछ हद तक सामान्य हो सकती हैं।
फोटो क्रेडिट: जागरण